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भारत में स्पेस प्रोग्राम का जनक महान वैज्ञानिक विक्रम साराभाई को माना जाता है. उन्होंने ही साल 1962 में इंडियन नेशनल कमेटी फॉर स्पेस रिसर्च की शुरुआत की. ISRO को पहले इसी नाम से जाना जाता था.
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विक्रम साराभाई का जन्म 12 अगस्त साल 1919 में अहमदाबाद में एक समृद्ध परिवार में हुआ था. उनके पिता एक बड़े कारोबारी थे.
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साराभाई की शुरुआती पढ़ाई-लिखाई अहमदाबाद में हुई. इसके बाद हायर एजुकेशन लिए वो कैंब्रिज चले गए. 21 की उम्र में उन्होंने डिग्री हासिल की और भारत लौट आए.
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विक्रम साराभाई ने साल 1947 में फिजिकल रिसर्च लेबोरेटरी (PRL) की स्थापना की. शुरुआत में इसमें कॉस्मिक किरणों के रिसर्च पर फोकस किया गया.
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विक्रम साराभाई ने साल 1963 में तिरुवनंतपुरम के थुंबा गांव से स्पेस में एक छोटा रॉकेट लॉन्च किया था. आज इस जगह को विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर के नाम से जाना जाता है.
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उस समय थुंबा गांव में इन्फ्रास्ट्रक्चर के नाम पर कुछ नहीं था. इस प्रोजेक्ट के लिए बने ऑफिस की छत तक नहीं थी.
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विक्रम साराभाई ने साल 1975 में सैटेलाइट इंस्ट्रक्शनल टेलीविजन एक्सपेरिमेंट (SITE) शुरू की. इसकी वजह से भारत में केबल टीवी की शुरुआत हुई.
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विक्रम साराभाई ने साल 1942 में शास्त्रीय नृत्यांगना मृणालिनी से शादी की. इस शादी में उनका परिवार शामिल नहीं हुआ था. साराभाई के 2 बच्चे हुए.
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विक्रम साराभाई को मई 1966 में परमाणु ऊर्जा आयोग का अध्यक्ष बनाया गया. साल 1971 में सिर्फ 52 साल की उम्र में उनका निधन हो गया.
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इस महान वैज्ञानिक को साल 1966 में पद्मभूषण और साल 1972 में मरणोपरांत पद्मविभूषण से नवाजा गया था.
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