पिछले कुछ सालों में श्रीकृष्ण के धाम मथुरा-वृंदावन टूरिस्ट्स के बीच पॉपुलर हुए हैं. अब दूर-दूर से लोग यहां बसे मंदिरों के दर्शन करने आते हैं.
मथुरा-वृंदावन में बहुत से मंदिर हैं जहां जाकर आपको न सिर्फ सुकून मिलेगा बल्कि आपका मन पॉजिटिव एनर्जी से भर जाएगा.
आज हम आपको बता रहे हं कि मथुरा-वृंदावन में आप कौन-कौन से मंदिर जा सकते हैं.
सबसे पहले आपको मथुरा में श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर जाना चाहिए. माना जाता है कि जिस जगह पर यह मदिर बना है वहीं द्वापर युग मे कान्हा जी का जन्म हुआ था.
द्वारकाधीश मंदिर को शहर के सबसे पवित्र मंदिरों में गिना जाना जाता है. यह अपनी विस्तृत वास्तुकला और चित्रों के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है.
श्री जुगल किशोर जी मंदिर मथुरा में केशी घाट के पास स्थित है और इसलिए इसे केशी घाट मंदिर के नाम से भी जाना जाता है. यह मंदिर शहर के चार सबसे पुराने मंदिरों में भी आता है.
वृंदावन का सबसे प्रसिद्ध कृष्ण मंदिर है यहां का प्राचीन बांके बिहारी मंदिर. बांके बिहारी मदिर की मान्यता दूर-दूर तक फैली हुई है. यह मंदिर वृंदावन के ठाकुर के सात मंदिरों में से एक है.
भव्यता से परिपूर्ण, वृंदावन स्थित प्रेम मंदिर को साल 2001 में जगद्गुरु श्री कृपालुजी महाराज ने बनवाया था. यह मंदिर "भगवान के प्रेम मंदिर" के रूप में जाना जाता है.
वृंदावन का राधा रमण मंदिर भी बहुत ज्यादा पॉपुलर है. यह आधुनिक हिंदू मंदिरों में से एक है. यह मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है, जिन्हें राधा रमण माना जाता है, जिसका अर्थ है राधा को प्रसन्न करने वाला.