रूस की सबसे खतरनाक निजी मिलिट्री कंपनी वैगनर ग्रुप है. इसे पूर्व स्पेट्नाज ऑपरेटर्स ने बनाया था.
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वैगनर ग्रुप सीरिया, लीबिया, वेनेजुएला, मोजाम्बिक जैसे देशों में ऑपरेशन कर चुका है. साल 2014 में इसके पास 100 ऑपरेटर्स थे. लेकिन आज 50 हजार हो चुके हैं.
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सबसे एडवांस प्राइवेट मिलिट्री यूनिट एकेडेमी है. जिसे पहले ब्लैकवाटर कहते थे. कुछ विवादों के बाद एकेडेमी ने अपने सैनिक कम कर दिए.
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एकेडेमी इराक में भी एक्टिव थी. लेकिन विवादों के बाद सरकार ने इसका कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर दिया था. ये सेना जापान में मिसाइल डिफेंस सिस्टम की सुरक्षा में लगी है.
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डिफाइन इंटरनेशनल में हजारों लड़ाके हैं, जो विकासशील देशों से शामिल किए जाते हैं. ये निजी सेना पेरू के लीमा में है.
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इस मिलिट्री के सैनिकों को 82 हजार रुपए महीने की सैलरी मिलती है. इसके दफ्तर दुबई, फिलीफींस, श्रीलंका और इराक में हैं.
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एजीस डिफेंस सर्विसेस के 5000 सैनिक यूएन, अमेरिका और तेल कंपनियों के लिए काम करते हैं.
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एजीस का मुख्यालय स्कॉटलैंड में है. ये कंपनी 60 से ज्यादा देशों में ऑपरेशन को अंजाम दे चुकी है. पूरी दुनिया में इसके क्लाइंट हैं.
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ट्रिपल कैनोपी प्राइवेट मिलिट्री के जवान इराक में काम कर रहे हैं. इसके पास 2000 सैनिक हैं. हैती में ये अमेरिकी दूतावास की सुरक्षा में लगी है.
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