श्रीजेश का इंडियन हॉकी के गोलकीपर तक का सफर

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पीआर श्रीजेश को इंडियन हॉकी की दीवार कहा जाता है. पीआर श्रीजेश भारतीय हॉकी टीम के कप्तान भी रह चुके हैं.

36 वर्षीय पीआर श्रीजेश का पूरा नाम परट्टू रवींद्रन श्रीजेश है. पीआर राजेश ने कई बार इंडियन टीम के अभेद किले के रूप में उभर कर आए हैं. हाल ही में श्रीजेश ने ऐसा ही कुछ करके दिखाया.

पीआर श्रीजेश को इंडियन हॉकी के युवा प्लेयर्स अपना आदर्श मानते हैं और श्रीजेश की तरह भारत को मैच जिताना चाहते हैं. आइए जानते हैं इंडियन हॉकी की दीवार पीआर श्रीजेश के बारे में कुछ दिलचस्प बातें.   

1. पीआर श्रीजेश का पूरा नाम परट्टू रवींद्रन श्रीजेश है. श्रीजेश का जन्म केरल के कोच्चि में हुआ था. पीआर श्रीजेश एक किसान परिवार से आते हैं.

2. श्रीजेश ने बचपन में स्प्रिंटर के रूप में ट्रेनिंग ली. बाद में उन्होंने लॉन्ग जम्प और वॉलीबॉल में भी हाथ अजमाया. 12 साल की उम्र में श्रीजेश ने स्पोर्ट्स स्कूल में दाखिला लिया. कोच के कहने पर पीआर श्रीजेश ने गोलकीपिंग शुरू की.

3. पीआर श्रीजेश ने स्पोर्ट्स के साथ पढ़ाई को भी अहमियत दी. श्रीजेश ने केरल के श्री नारायण विश्वविद्यालय से हिस्ट्री की डिग्री ली. 

4. पीआर श्रीजेश ने लॉन्ग जंपर रह चुकीं अनीश्या से शादी की है. श्रीजेश की पत्नी अनीश्या एक आयुर्वेदिक डॉक्टर हैं.

5. पीआर श्रीजेश 2008 के जूनियर एशिया वर्ल्ड कप में अपने अच्छी परफॉरमेंस की बदौलत चर्चा में आए. 

6. टोक्यो ओलंपिक 2020 में इंडियन हॉकी टीम ने ओलंपिक में 41 साल बाद ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया. टोक्यो ओलंपिक में इंडियन हॉकी टीम में पीआर श्रीजेश की काफी अहम भूमिका रही.

7. साल 2017 में पीआर श्रीजेश को पद्मश्री से सम्मानित किया गया. पीआर श्रीजेश को मेन्स में सबसे अच्छे गोलकीपर के लिए FIH प्लेयर ऑफ ईयर(2020-2021) का सम्मान भी दिया गया.

8. पीआर श्रीजेश 2014 और 2022 में हुए एशियन गेम्स के उस इंडियन टीम का हिस्सा थे जिसने गोल्ड मेडल जीता था.