कई लोग भगवान बुद्ध और गौतम बुद्ध को एक ही मान लेते हैं. लेकिन गौतम बुद्ध और भगवान बुद्ध एक नहीं हैं.
दरअसल गौतम बुद्ध और भगवान बुद्ध को एक ही मानने के पीछे भ्रमित होने का विशेष कारण भी है.
गौतम बुद्ध और भगवान बुद्ध के नाम, गोत्र और कार्यों में काफी हद तक समानता पाई जाती है.
भगवान बुद्ध को भगवान विष्णु के दशावताओं (दस अवतार) में नौंवा अवतार माना जाता है.
मान्यता है कि बलि प्रथा की अनावश्यक जीव हिंसा की रोक के लिए ही इनके इस अवतार का जन्म हुआ था.
भगवान बुद्ध की माता का नाम श्रीमती अंजना और पिता का नाम हेमसदन था. वहीं, सिद्धार्थ गौतम (गौतम बुद्ध) के माता-पिता का नाम माया देवी और शुद्धोदन था.
श्रीललित विस्तार ग्रंथ के 21 वें अध्याय की पृष्ठ संख्या 178 में वर्णित है कि संयोगवश गौतम बुद्ध ने भी उसी स्थान पर तपस्या कर ज्ञान अर्जित किया जहां भगवान बुद्ध ने तपस्या की थी. इस कारण भी लोग दोनों को एक मान लेते हैं.
गौतम बुद्ध का जन्म कपिलवस्तु के वनों में 477 बीसी में हुआ था. वहीं बताया जाता है कि भगवान बुद्ध आज से करीब 5 हजार साल पहले बिहार के गया में प्रकट हुए थे.
ये सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
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