महाकुंभ में स्नान के वक्त न करें ये गलतियां

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हर 12 साल में आयोजित होने वाला महाकुंभ का हिन्दू धर्म में खास महत्व है. ये विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक मेला है.

जो कि भारत के 4 शहर प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में आयोजित होता है. यहां न सिर्फ भारत बल्कि विदेश से भी लोग शामिल होते हैं.

इस साल महाकुंभ का आयोजिन प्रयागराज में किया जा रहा है. तो अगर आप भी महाकुंभ स्नान में भाग लेने वालें हैं तो कुछ बातें जानना बेहद जरूरी है.

तो चलिए आज हम आपको बताएंगे कि महाकुंभ स्नान में भाग लेने के नियम.

गृहस्थ लोग साधु के साथ और साधुओं से पहले स्नान करने से बचें. इससे महा पाप लगता है.

महा कुंभ स्नान में पांच बार ही डुबकी लगाएं.

महाकुंभ में गंगा-यमुना के संगम में स्नान के बाद आप अपने दोनों हाथों से सूर्य को जल का अर्घ्य अवश्य दें.

कुंभ में स्नान करने के बाद प्रयागराज के प्रसिद्ध लेटे हनुमान जी मंदिर और वासुकी नाग मंदिर के दर्शन करें.

अगर आप समर्थ हैं तो जरूरतमंदों को भोजन, कंबल या उनकी जरूरत की चीजें दान करें.