बिश्नोई समाज को देखें तो वह प्रकृति से काफी प्रेम करते हैं. साथ ही पशुओं की भावनाओं का भी ख्याल रखते हैं.
पशुओं की देखभाल करना इस समाज को काफी पसंद है. साथ ही इस समाज के लोग पशुपालन को एक सिद्धांत के रूप में मानते हैं.
समाज के लोग पूरी तरह शाकाहारी होते हैं. इनका मानना है कि पशुओं की भी भावना होती हैं इसलिए मांसाहारी खाने से दूर रहना चाहिए.
बिश्नोई समाज के लोग काफी साधारण खाना खाते है. यह आमतौर पर खाना मौसम के अनुसार ही खाते हैं.
गर्मी के मौसम में इस समाज के लोग ऐसी चीजें खाते हैं जिनकी तासीर ठंडी हो. साथ ही यह गेंहू, ज्वार की रोटी खाते है. इसके अलावा फलों से बनी हुई सब्जी.
तो वहीं सर्दी के मौसम में इस समाज के लोग सर्दी के मौसम में उगने वाली सब्जियां खाते हैं. जैसे गाजर, शलजम व अन्य सब्जियां.
सर्दी के मौसम में इस समाज के लोग शरीर को गर्म रखने के लिए तिल के लड्डू और चूरमा भी खाते है.
खाने में यह लोग सादा खाना पसंद करते हैं तो यह कई प्रकार की दाल व खिचड़ी खाना पसंद करते हैं.
बिश्नोई समाज अपने खाने में दूध-दही और घी भी शामिल करता है. इससे इनके शरीर को भरपूर मात्रा में पोषण तत्व मिलते हैं.