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देश में औरंगजेब की कब्र को लेकर हंगामा मचा हुआ है. इसको लेकर खूब सियासी बयानबाजी भी हो रही है.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि महात्मा गांधी ने औरंगजेब की तारीफ की थी? चलिए इसके बारे में आपको बताते हैं.
बीबीसी हिंदी की एक रिपोर्ट के मुताबिक एक नवंबर 1931 को कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के पेम्ब्रोक कॉलेज में महात्मा गांधी ने भाषण दिया था.
इसमें बापू ने कहा था कि आप अंग्रेजों के आने से पहले के इतिहास को देखें, उसमें हिंदू-मुस्लिम दंगों के ज्यादा उदाहरण नहीं मिलेंगे.
महात्मा गांधी ने आगे कहा था कि औरंगजेब के शासन काल में हमें दंगों का कोई हवाला नहीं मिलता.
इसी दिन दोपहर में कैम्ब्रिज में ही इंडियन मजलिस की एक सभा में महात्मा गांधी ने भाषण दिया था.
उन्होंने कहा था कि जब भारत में ब्रिटिश शासन नहीं था, जब वहां कोई अंग्रेज दिखाई नहीं देता था, तब हिंदू, मुसलमान और सिख आपस में लड़ ही रहे थे?
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक महात्मा गांधी ने अपनी पहली किताब हिंद स्वराज में इस मुद्दे पर लिखा है.
उन्होंने इसमें मुगल बादशाहों से लेकर टीपू सुल्तान तक के इतिहास को तोड़-मरोड़कर हिंदू विरोधी दिखाने की कोशिश का पर्दाफाश किया था.
10 नवंबर को यंग इंडिया में गांधी ने लिखा कि औरंगजेब टोपियां सीता था, क्या वह कम बहादुर था?