जब किसी को फांसी पर लटकाया जाता है तो इस दौरान कुछ नियमों का पालन किया जाता है.
इनमें फांसी देने का समय, फांसी का फंदा, फांसी की प्रक्रिया शामिल होती है.
फांसी पर लटकाने से पहले आखिरी समय में दोषी के कान में जल्लाद कुछ कहता है. उसके बाद फांसी दे दी जाती है.
चलिए आपको बताते हैं कि जल्लाद फांसी से ठीक पहले दोषी के कान में क्या कहता है.
आखिरी समय में जल्लाद दोषी के कान में कहता हैं कि मैं अपने फर्ज के आगे मजबूर हूं. मैं आपके सत्य के रास्ते पर चलने की कामना करता हूं.
इसके साथ ही अगर दोषी हिंदू है तो जल्लाद राम-राम कहता है और दोषी मुस्लिम है तो जल्लाद सलाम कहता है. इसके बाद फांसी दे देता है.
डेथ वॉरंट पर कैदी का साइन कराया जाता है. फांसी से पहले कैदी से उसकी आखिरी इच्छा पूछी जाती है.
जब किसी को फांसी दी जाती है तो उस समय जल्लाद के अलावा सुप्रीटेंडेंट, मेडिकल ऑफिसर और मजिस्ट्रेट मौजूद रहते हैं.
फांसी वाले दिन कैदी को नहलाया जाता है और उसे नए कपड़े पहनने को दिए जाते हैं.