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क्या आप जानते हैं कि भूख पर कंट्रोल पाने से वजन को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है.
ऐसा ही एक तरीका है इंटरमिटेंट फास्टिंग इसमें आप कुछ घंटों तक फास्टिंग करते हैं, फिर भोजन करते हैं. जिससे आपको वजन कंट्रोल करने में मदद मिलती है.
आइए जानते है कैसे हम इंटरमिटेंट फास्टिंग कर अपने वजन को कंट्रोल कर सकते है. और इसे करने का सबसे सही वक्त क्या है.
इंटरमिटेंट फास्टिंग कई तरह से होते हैं. जैसे 16/8 ये बहुत ज्यादा लोकप्रिय इंटरमिटेंट फास्टिंग का तरीका है .
16/8 इंटरमिटेंट फास्टिंग में आप 16 घंटे का फास्ट और 8 घंटे आप खा सकते है. इससे किटोसिस बढ़ता है जिससे वजन घटता है.
5:2 इंटरमिटेंट फास्टिंग इसमें 5 दिन तो सामान्य खाना खा सकते हैं और 2 दिन आपके फास्टिंग करना होता है. इससे मेटाबॉलिज्म बढ़ता है और वजन कंट्रोल होता है.
अल्टरनेट डे फास्टिंग इसमें एक दिन भोजन किया जाता है और अगले दिन फास्टिंग की जाती है. ये भूख हार्मोन को कंट्रोल करता है और वजन घटाने में मदद करता है.
सुबह का ईटिंग विंडो- ये सुबह से शुरू होता है, और इस डाइट को फॉलो करने वाला व्यक्ति दोपहर बाद से रात तक भूखा रहता है.
दोपहर का ईटिंग विंडो- इस शेड्यूल में रातभर अपने आप को भूखा रखने के बाद देर सुबह या जल्दी दोपहर में खाना खाया जाता है.
शाम का ईटिंग विंडो- इसमें सुबह अपने आप को भूखा रखा जाता है और दोपहर में खाना खाया जाता है. ये उन लोगों के लिए अच्छा है जो दिन देर से शुरू करते हैं.