दोनों हाथों से लिखने की कला दुनिया में केवल 1 प्रतिशत लोगों के पास है. यानी की 100 में 1 व्यक्ति ऐसा कर सकता है.
इस कला को एम्बी डेक्सटेरिटी (ambidexterity) कहा जाता है. ये कई तरह का हो सकता है. किसी व्यक्ति का दोनों हाथों को बराबर इस्तेमाल करना काफी कम देखा गया है.
एम्बी सिनिस्ट्रल वो होते हैं, जो दोनों हाथों का इस्तेमाल तो कर सकते हैं, पर उनका कोई भी हाथ स्ट्रांग नहीं होता, हालांकि वो दोनों हाथों से काम कर सकते हैं.
ऐसा माना गया है कि एम्बी डेक्सटेरिटी ब्रेन की सिमिट्री के कारण होती है. जो लोग लेफ्ट हैंडेड होते हैं, उनका लेफ्ट ब्रेन डोमिनेंट होता है.
कई सारे एम्बी डेक्सटेर्स पहले लेफ्टी होते हैं, लेकिन धीरे-धीरे वो दोनों हाथों से लिखना सीख लेते हैं.
हालांकि एम्बी डेक्सटेरिटी ब्रेम की स्किल है, लेकिन इसके बावजूद भी एम्बी डेक्सटेर्स अपनी मानसिक क्षमताओं की तुलना में अपनी शारीरिक क्षमताओं में ज्यादा अच्छे होते हैं.
जो जीन जो बाएं हाथ से काम करने में योगदान देता है, LRRTM1, वो एक व्यक्ति के लिए सिज़ोफ्रेनिया के जोखिम को भी बढ़ाता है. बाएं हाथ से काम करने वाले और एम्बी डेक्सटेर्स का दिमाग एक जैसा होता है.
एम्बी डेक्सटेरिटी लोगों को संगीत, कला और खेल जैसी गतिविधियों में प्रमुख काफी लाभ देती हैं.
लियोनार्डो दा विंची, बेन फ्रैंकलिन और अल्बर्ट आइंस्टीन इतिहास के कुछ सबसे प्रसिद्ध एम्बी डेक्सटेर्स हैं.
एम्बी डेक्सटेर्स को अपने परिवेश के आधार पर अपनी भावनाओं में बदलाव का अनुभव होने की अधिक संभावना होती है.