गर्मियों के सीजन में एक फल जो बाजार में छाया रहता है वो है आम. शायद ही कोई ऐसा हो जिसे आम नहीं पसंद.
न्यूट्रिशनिस्ट की मानें तो मौसमी फल हर किसी को खाने चाहिए. यहां तक की डायबिटीज वालों को भी.
आम सिर्फ खाने में ही स्वादिष्ट नहीं होते बल्कि इसमें एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और मिनरल्स भी होते हैं. ये शरीर को हाइड्रेट करते हैं और गर्मी के महीने में बीमारी से बचाते हैं.
आम कई तरह से खाया जाता है, जैसे मैंगो शेक, आम रस, स्मूदी, डेजर्ट. विशेषज्ञों की मानें तो फल खाने का कोई खास तरीका नहीं होता है, लेकिन आम खाते वक्त कुछ कॉमन गलतियां करने से बचना चाहिए.
आम को मैंगो शेक या स्मूदी बनाकर पीने से बचना चाहिए क्योंकि एडेड शुगर और डेयरी प्रोडक्ट आपके इंसुलिन लेवल्स में वृद्धि का कारण बन सकते हैं.
सुबह-सुबह खाली पेट आम न खाएं, क्योंकि इससे आपको पूरे दिन जल्दी-जल्दी भूख लगती रहेगी.
आम को नट्स के साथ मिलाकर सुबह या शाम के नाश्ते के रूप में लेना इसे खाने का सबसे बेस्ट तरीका है, ताकि ब्लड शुगर न बढ़े.
आपको आम कितना ही पसंद क्यों न हो, लेकिन उसे सीमित मात्रा में ही खाएं. 100 ग्राम प्रतिदिन. ज्यादा आम खाने से पेट खराब हो सकता है और एलर्जी भी हो सकती है.
आम में मौजूद स्ट्रॉन्ग एंटीऑक्सीडेंट आपके स्वास्थ्य पर कई सकारात्मक प्रभाव डालता है. आम का सेवन पाचन को बढ़ावा दे सकता है, हृदय रोग का खतरा कम कर सकता है और इम्यूनिटी भी बढ़ा सकता है.