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प्लास्टिक कचरा- प्लास्टिक पानी में घुलता नहीं है और जलजीवों के लिए घातक हो सकता है.
धार्मिक सामग्री- फूल, मूर्तियां, कपड़े आदि नदी को प्रदूषित कर सकते हैं, इन्हें सही तरीके से नष्ट करें.
रासायनिक कचरा- डिटर्जेंट, पेंट, तेल और अन्य केमिकल पानी को जहरीला बना सकते हैं.
ई-कचरा- बैटरी, मोबाइल, तार आदि नदी में डालने से पानी में जहरीले तत्व घुल सकते हैं.
मृत जीव-जंतु- इन्हें नदी में बहाने से पानी दूषित हो सकता है और बीमारियां फैल सकती हैं.
फैक्ट्री का कचरा- औद्योगिक अपशिष्ट नदी के जल को जहरीला बना सकता है.
धातु और कांच- ये नदी में सड़ते नहीं और जलजीवों को नुकसान पहुंचाते हैं.
दवाईयां और मेडिकल वेस्ट- ये पानी को जहरीला बना सकते हैं और पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं.
रंग और पेंट- इनसे पानी की गुणवत्ता खराब होती है और जलजीवों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
कूड़ा-कचरा- किसी भी तरह का घरेलू कचरा नदी में फेंकने से जल प्रदूषण बढ़ता है और पर्यावरण को नुकसान होता है.
य़हां बताई गई बातें सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. Gnttv.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.