इस साल 2 दिन जन्माष्टमी मनाई जा रही है. जन्माष्टमी पर कुछ ऐसी चीजें हैं, जिसे भूलकर भी नहीं करनी चाहिए. इससे कान्हा नाराज हो जाते हैं.
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर भूलकर भी काले वस्त्र पहनकर पूजा नहीं करनी चाहिए. ये अशुभ माना जाता है. इससे कान्हा नाराज हो जाते हैं.
भगवान श्रीकृष्ण को भूलकर भी बासी या मुरझाए फूल न चढ़ाएं. भगवान को अगस्त्य का फूल अर्पित नहीं करना चाहिए.
भगवान श्रीकृष्ण का गाय से गहरा संबंध है. ऐसे में जन्माष्टमी पर गोवंश को भूलकर भी परेशान नहीं करना चाहिए.
जन्माष्टमी पर किसी भी कीमत पर तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए. इसे एक दिन पहली तोड़कर रख लेना चाहिए.
जन्माष्टमी का व्रत रखने वाले भक्तों को तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए. लहसुन, प्याज, शराब और मांसाहार से दूर रहना चाहिए.
भक्तों को इस मौके पर ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए. तन-मन से शुद्धता बनाए रखना चाहिए. किसी का अपमान नहीं करना चाहिए.
जन्माष्टमी व्रत में पूजा के बाद ही व्रत खोलने चाहिए. कुछ लोग रात्रि में ही व्रत पारण कर लेते हैं तो कुछ लोग अगले दिन. आपको संकल्प के मुताबिक ही व्रत पारण करना चाहिए.
श्रीकृष्ण के अभिषेक के बाद उनको स्वच्छ कपड़े, आभूषण, मुकुट पहनाना चाहिए. काजल जरूर लगाएं.