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आज कल ज्यादातर लोग यूपीआई और नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं. डिजिटल पेमेंट करने में कई बार दिक्कत आती है.
चेक से पैसा देना और पैसा निकालना सबसे सेफ माना जाता है. आज भी बड़ी संख्या में लोग चेक से पेमेंट देते हैं.
बैंक में चेक को ज्यादा प्राथमिकता दी जाती है. बैंक में चेक बाउंस हो जाए तो क्या करें, आइए जानते हैं.
1. चेक इश्यू करने वाले शख्स ने जितने पैसे का चेक जारी किया है. यदि खाते में उतने पैसे ना हों तो चेक बाउंस हो जाता है.
2. जब चेक बाउंस होता है तो बैंक एक स्लिप देती है. इस स्लिप में चेक चेक बाउंस होने की वजह लिखी होती है.
3. चेक बाउंस होने पर सबसे पहले चेक जारी करने वाले को लीगल नोटिस भेजना होता है. इसका जवाब 15 दिन के भीतर देना होता है.
4. यदि शख्स 15 दिन के भीतर पूरा भुगतान कर देता है तो मामला सुलझ जाता है. अगर चेक जारी करने वाला पैसा नहीं देता है तो उसके खिलाफ केस दर्ज होगा.
5. चेक बाउंस होने पर धारा 148 के तहत मामला दर्ज होता है. आरोपी को दो साल की सजा और जु्र्माने की सजा होती है.
6. चेक पाने वाला व्यक्ति कोर्ट से अपील कर सकता है कि चेक के कुछ पैसे शुरू में दिलवा दें. कोर्ट इसे मान भी सकती है और नहीं भी.