मशहूर गामा पहलवान का जन्म 22 मई 1878 को पंजाब के अमृतसर में हुआ था. जबकि उनका निधन 23 मई 1960 को पाकिस्तान के लाहौर में हुआ था.
दुनिया में किसी पहलवान से नहीं हारने वाले गामा पहलवान के बारे में बताया जाता है कि वो रोजाना 10 लीटर दूध पीते थे और 6 मुर्गे खाते थे. चलिए उनकी डाइट के बारे में बताते हैं.
गुलाम मोहम्मद बक्श यानी गामा पहलवान रोजाना 10 लीटर दूध पीते थे. इसके अलावा हर दिन आधा किलोग्राम घी खाते थे.
बताया जाता है कि गामा पहलवान की डाइट में 6 देसी चिकन के अलावा 100 रोटी भी शामिल थी.
गामा पहलवान की लंबाई 5.7 फीट और वजन करीब 113 किलोग्राम था. वो एक दिन में 5000 दंड बैठक और एक हजार पुशअप करते थे.
गामा पहलवान रोजाना गले में 54 किलोग्राम का पत्थर बांधकर एक किलोमीटर तक दौड़ते थे.
इस पहलवान ने आखिरी फाइट साल 1927 में लड़ी थी. उन्होंने स्वीडन के पहलवान जेस पीटरसन को हराकर इस खेल को अलविदा कह दिया था.
कहा जाता है कि गामा पहलवान ने अपने जीवन में 50 नामी पहलवानों से कुश्ती लड़ी थी और सभी मुकाबलों में जीत हासिल की थी.
गामा पहलवान को द ग्रेट पहलवान और रुस्तम-ए-हिंद के नाम से भी जाना गया. वो रोजाना प्रैक्टिस के दौरान 40 साथियों के साथ कुश्ती लड़ते थे.
भारत-पाकिस्तान के समय गामा पहलवान अपनी फैमिली के साथ पाकिस्तान चले गए और आजीवन वहीं रहे.