हमें कुछ भी खरीदना होता है तो हम पैसों का इस्तेमाल करते हैं.
बहुत कम लोग ऐसे हैं जो जानते हैं कि रुपये कहां से आते हैं.
दरअसल, जो पैसे आप इस्तेमाल करते हैं उनकी भी छपाई होती है.
रुपये छापने का काम भारत सरकार और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा किया जाता है.
छपाई के लिए देशभर में चार प्रिंटिंग प्रेस हैं.
सबसे पहले भारत में नोट छापने की मशीन 1926 में महाराष्ट्र के नासिक में लगाई गई थी.
इसके बाद साल 1975 में मध्यप्रदेश के देवास में दूसरी प्रिंटिंग मशीन लगाई गई.
तीसरी मशीन 1999 में कर्नाटक के मैसूर में लगाई गई और फिर 2000 में पश्चिम बंगाल के सलबोनी में प्रेस शुरू की गई.
वहीं अगर नोट में लगने वाले पेपर की बात करें, तो इसमें से ज्यादातर जर्मनी, इंग्लैंड और जापान से आता है.