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महाकुंभ हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण धार्मिक उत्सव है. इसे कुंभ मेला भी कहा जाता है. इसका आयोजन 12 साल में एक बार होता है.
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यह उत्सव भारत के चार तीर्थ स्थानों पर ही आयोजित होता है. महाकुंभ का आयोजन सिर्फ प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में ही होता है.
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इस साल 13 जनवरी से महाकुंभ की शुरुआत होगी. जबकि इसका समापन 26 फरवरी 2025 को महाशिवरात्रि पर होगा.
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महाकुंभ मेला दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेलों में से एक है. हर बार इसमें लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है.
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महाकुंभ में साधु-संतों के अलावा बडे़-बड़े राजनीतिज्ञ भी शामिल होते रहे हैं. कई प्रधानमंत्रियों ने भी इसमें शिरकत की है. चलिए उनके बारे में बताते हैं.
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भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने साल 1951 में कुंभ मेले का दौरा किया और इसे भारत के सांस्कृतिक ताने-बाने का एक जरूरी हिस्सा माना.
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भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी कुंभ मेला के आयोजन का समर्थन किया और कुंभ मेला में शामिल हुईं.
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अटल बिहारी वाजपेयी ने भी प्रधानमंत्री रहते हुए प्रयागराज कुंभ मेले में बेहतर व्यवस्थाओं और साधु-संतों की सुविधा पर जोर दिया था. उनके प्रयासों के कारण ये मेला और अधिक भव्य हुआ.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2019 में कुंभ मेले में गंगा स्नान किया और इसे भारतीय संस्कृति का प्रतीक बताया था.
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