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बाजार में आपको अलग-अलग आकार, वजन या फिर कपैसिटी के मोबाइल चार्जर मिल जाएंगे. साथ ही आपको कई कलर्स के फोन भी मिल जाएंगे.
लेकिन क्या आपने सोचा है चार्जर रंग बिरंगे क्यों नहीं होते हैं. इसका कलर हमेशा ब्लैक और व्हाइट ही क्यों होता है.
मोबाइल कंपनियों के लाल-पीले या नीले चार्जर न बनाने की वजह ड्यूरेबिल्टिी और लागत है.
काले और सफेद रंग चार्जर की लाइफ को बढ़ाते हैं. काले रंग का चार्जर दूसरे रंगों के मुकाबले हीट को बेहतर तरह से ऑब्जर्व करता है.
पहले चार्जर काले रंग के ही आते थे लेकिन फिर चार्जर को सफेद कलर में भी बनाया जाने लगा.
काले रंग के चार्जर में दिक्कत यह है कि इसे रात के अंधेरे में ढूंढ़ना मुश्किल होता है.
सफेद रंग का चार्जर आसानी से अंधेरे में भी दिखाई दे जाता है. इसीलिए अब कंपनियों ने सफेद रंग के चार्जर बनाना ज्यादा शुरू कर दिए हैं.
काले और सफेद रंग को सरल, साफ रंग माना जाता है जो अधिकांश डिवाइस के साथ आसानी से फिट हो जाते हैं.