जानिए दीपावली मनाने के पीछे की कहानियां

दीपावली का त्‍योहार देश ही नहीं विदेश के हर कोने में धूमधाम से मनाया जाता है.

मान्यता है कि भगवान श्रीराम जब रावण का वध कर पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या वापस लौटे तो अयोध्यावासियों ने धी के दीपक जलाए थे. 

भगवान राम के 14 वर्षों के वनवास के बाद अयोध्या आगमन पर पहली बार दिवाली मनाई गई थी. तब से लेकर आज तक ये त्योहार पूरे हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है.

इसके अलावा कहा ये भी जाता है कि कार्तिक अमावस्या को 5 पांडव 13 साल का वनवास पूरा कर अपने राज्य लौटे. उनके लौटने की खुशी में राज्य के लोगों ने दीप जलाए थे.

एक मान्यता ये भी है कि भारत के महान सम्राट विक्रमादित्य का कार्तिक अमावस्या को ही राज्याभिषेक हुआ था. तभी से दीपावली का त्योहार मनाया जाता है.

दिवाली की कोई एक कहानी नहीं है. अलग-अलग समय में अलग-अलग कारणों से भी दीपावली मनाई गई है.

इस बार दीपावली 12 नवंबर को मनाई जाएगी. इस दिन मां लक्ष्मी और  भगवान गणेश की पूजा उपासना की जाती है.