तेज़ धूप के बाद भी क्यों नहीं चटकती रेलवे लाइन

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तेज़ धूप और गर्मी ने हर किसी का हाल खराब किया हुआ है. ऐसे मौसम में एक खतरा जो आंखों के सामने होते हुए भी नहीं दिखता, वह रेलवे से जुड़ा हुआ है.

भारत भर में बिछे हुए रेलवे ट्रैक पर पूरे साल धूप पड़ती है. गर्मियों में बाकी दिनों से ज़्यादा.

इतनी सख्त धूप में इन पटरियों पर से ट्रेनें गुजरती हैं, फिर भी ये ट्रैक चटखते नहीं. इसकी क्या वजह है?

दरअसल रेलवे ट्रैक की सुरक्षा के लिए भारतीय रेलवे खास इंतज़ाम करता है.

जब गर्मियों में रेलवे ट्रैक पर दबाव बढ़ता है तो उसके टूटने या मुड़ने का खतरा होता है, जिसे बकलिंग कहते हैं.

बकलिंग (Buckling) से बचने के लिए रेलवे डिस्ट्रेसिंग नाम का एक रखरखाव कार्य करता है.

डिस्ट्रेसिंग में रेलवे ट्रैक के तनाव को कम करने के लिए उनमें एक निश्चित तापमान पर कट लगाया जाता है. फिर उसकी वेल्डिंग कर दी जाती है.

रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इससे रेलवे ट्रैक की टेंशन कम हो जाती है. इसके अलावा रेलवे समर वैदर पेट्रोलिंग भी करता है.

यानी हर रात पटरियों की देखरेख के लिए गश्त लगाई जाती है ताकि संभावित खतरों का पता लगाया जा सके.