हमें सपने क्यों आते हैं और क्या है इसका अर्थ, जानें

हम अक्सर रात में सपने देखते हैं. कई बार ये सपने याद रह जाते हैं और कई बार भूल जाते हैं.

कभी-कभी ये सपने इतने डरावने होते हैं कि हमारी नींद खुल जाती है और हम परेशान हो जाते हैं. 

कई लोग सपने आना सामान्य मानते हैं और इसे नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि सपने आते क्यों हैं और इसका क्या अर्थ होता है ?

धर्म ग्रथों में इसके बारे में विस्तार से व्याख्या की गई है. सपनों को गौतम बुद्ध और भगवान महावीर के जन्म के सम्बन्ध से भी जोड़ा गया है.

कुछ सपने चेतावनी या सूचना के रूप में होते हैं. यानी यह आपको भविष्य में होने वाले शुभ-अशुभ घटनाओं के बारे में पहले ही आगाह करते हैं. 

माना जाता है कि तीसरे प्रहर में दिखने वाला सपना सच साबित होता है.

विज्ञान में सपनों को हमारी खुद की दिनचर्या से जोड़ा गया है. यानी जो हम दिन भर में करते हैं उसी तरह के सपने आते हैं. और ये तभी आते हैं जब हम सामन्य दिनचर्या को फॉलो नहीं कर रहे होते हैं.

पर्याप्त नींद लेना अच्छी सेहत के लिए बेहद जरूरी है.  जब हम नींद पूरी नहीं करते तो परेशान करने वाले सपने आने लगते हैं. नींद की कमी को पूरा करने के लिए हमारा दिमाग इस तरह के सपने दिखाता है.

नींद पूरी नहीं होने के कारण

तनाव के कारण नींद नहीं आती या आती भी है तो गहरी नींद नहीं आती. ऐसे में डरावने सपने आने की संभावना बढ़ जाती है.

तनाव भी है कारण

सोने से पहले हॉरर कहानियों के बारे में सोचने से या डरावनी फिल्में देखने से भी बुरे सपने आते हैं.

डरावनी फिल्में देखना 

हमारी खराब दिनचर्या बूरे सपने को दावत देती है. खराब दिनचर्या से मतलब है कि अनावश्यक तनाव लेना, हेल्दी लाइफस्टाइल न होना, काम का एक्स्ट्रा प्रेशर रहना आदि.

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