बच्चों जब बड़े होने लगते हैं तब वे कुछ अच्छी आदतें और कुछ बेकार आदतें सीखते हैं.
कई बार अपनी पसंद की चीज पाने के लिए वे झूठ भी बोल देते हैं.
बच्चे अधिकतर डांट से बचने के लिए अपने माता-पिता से झूठ बोलते हैं.
हालांकि, कई बार बच्चों की छोटी शरारत समझकर आप उनके झूठ को हंसकर टाल देते हैं.
ऐसे में बच्चे कुछ कारणों से झूठ बोलना शुरू कर देते हैं.
बच्चे मां-बाप या टीचर की डांट के डर से झूठ बोलते हैं.
गलती पकड़े जाने के डर से वे झूठ बोल देते हैं.
अगर कुछ ऐसा काम है जो मां-बाप ने मना किया है, उसे करने के लिए वे झूठ बोल देते हैं.
अपनी बात मनवाने के लिए बच्चे झूठ बोल देते हैं.
कई बार बच्चे आसपास के लोगों की मदद करने के लिए भी झूठ बोल देते हैं.