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महात्मा गांधी की जो छवि वो धोती पहने हुए शख्स की है. इस धोती पहने शख्स से अंग्रेज डरते थे.
महात्मा गांधी अपनी पढ़ाई करने के लिए इंग्लैंड गए थे. तब वो पूरे वेस्टर्न कपड़े पहनकर विदेश पहुंचे थे.
इंग्लैंड में वकालत की पढ़ाई के दौरान वो सूट-बूट पहना करते थे. कहते हैं कि महात्मा गांधी सूट काफी पसंद करते थे.
महात्मा गांधी ने इंग्लैंड में तरह-तरह के वेस्टर्न कपड़े पहने लेकिन आजादी की लड़ाई में धोती पहनने लगे.
महात्मा गांधी ने धोती पहनना कब शुरू किया और आखिर क्यों? आइए इस पर नजर डालते हैं.
1. महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका में एक वकील के तौर पर गए थे. वहां धीरे-धीरे वो भारत के लोगों के साथ देसी अंदाज में दिखाई देने लगे थे.
2. भारत में आने के बाद महात्मा गांधी ने अचानक धोती पहनना शुरू नहीं किया. शुरू में गांधी जी धोती, कुर्ता और गमछा के साथ दिखाई देते थे.
3. 1920-21 में महात्मा गांधी ने लोगों से विदेशी कपड़े जलाने का आह्वान किया. इसी दौर में महात्मा गांधी सिर्फ भारतीय कपड़े पहनने लगे.
4. भारत यात्रा के दौरान महात्मा गांधी लोगों से मिले. गांधी जी को तब समझ आया कि लोगों के पास दूसरे कपड़े खरीदने के पैसे ही नहीं है.
5. महात्मा गांधी ने तभी शरीर पर धोती पहनने का तय किया. 1921 में उन्होंने इसकी घोषणा भी कर दी. महात्मा गांधी उसके बाद पूरी जिंदगी इसी तरह रहे.
नोट- यहां बताई गईं सभी बातें सामान्य जानकारी पर आधारित है. Gnttv.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.