कानों में गाना क्‍यों गाते हैं मच्‍छर

ठंडी हो या गर्मी मच्छर हर घर मौसम में पाए जाते हैं और हर किसी को काटते भी हैं जिससे हर कोई परेशान होता है.

कई बार तो मच्छरों के काटने से ज्यादा हम इनके भिनभिनाने से परेशान हो जाते हैं. 

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर कानों के पास ही क्यों भिनभिनाते हैं मच्छर, अगर नहीं जानते तो चलिए हम आपको बताते हैं. 

दरअसल, मच्छरों को सांस से निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड आकर्षित करती है.

इसके साथ ही मच्छर शरीर की गर्मी और गंध की तरफ भी आकर्षित होते हैं.

मच्छर 50 मीटर की दूरी से कार्बन डाइऑक्साइड को महसूस कर सकते हैं. इसलिए मच्छर कान के पास भिनभिनाते हैं. 

वहीं कई वैज्ञानिकों का मानना है कि मच्छरों की आवाज उनके विपरीत लिंग की तलाश करने में मदद करती है.

कई मच्छर भिनभिनाते हुए मंडराते हैं तो उनकी भिनभिन की फ्रीक्वेंसी इतनी तेज होती है कि ये वाइब्रेशन सिर्फ कान के परदों पर महसूस होती है. 

मच्छर प्रति सेकेंड 1,000 बार फड़फड़ा सकते हैं.