रेड बॉल से क्यों खेला जाता है टेस्ट मैच?

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क्रिकेट दुनिया के सबसे फेमस स्पोर्ट्स में से एक है. बड़ी संख्या में लोग क्रिकेट देखना पसंद करते हैं.

कभी क्रिकेट सिर्फ इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया तक ही सीमित था लेकिन आज दुनिया भर में क्रिकेट की दीवानगी है.

भारत में तो क्रिकेट का जज्बा ही अलग है. अपने देश में क्रिकेट धर्म की तरह है. आज के समय में क्रिकेट टेस्ट, वनडे और टी-20 फॉर्मेट में होता है.

वनडे और टी-20 मैच सफेद बॉल से खेले जाते हैं. वहीं टेस्ट मैच लाल गेंद से होते हैं. इसके पीछे की वजह क्या है?

टेस्ट मैच लाल गेंद से ही क्यों खेले जाते हैं? आइए इसके पीछे की वजह जानते हैं.

1. वनडे और टी-20 से पहले क्रिकेट में सिर्फ टेस्ट मैच होते हैं. तब से ही टेस्ट मैच लाल गेंद से खेले जा रहे हैं.

2. टेस्ट मैच दिन में होते हैं. दिन में सफेद बॉल देखने में परेशानी होगी. लाल बॉल दिन में आसानी से दिखाई देती है.

3. टेस्ट मैच में एक दिन में 90 ओवर फेंके जाते हैं. सफेद बॉल बेहद जल्दी पुरानी हो जाती है. वहीं लाल बॉल काफी ओवर तक ठीक रहती है.

4. टेस्ट क्रिकेट में बॉल और बल्ले का टेस्ट होता है. रेड बॉल देर तक स्पिन होती है और स्विंग भी होती है.

5. व्हाइट बॉल बेहद जल्दी पुरानी हो जाती है. वहीं लाल बॉल काफी देर में पुरानी होती है. इससे गेंदबाज को रेड बॉल से रिवर्स स्विंग कराना आसान होता है.

नोट- यहां बताई गईं सभी बातें सामान्य जानकारी पर आधारित हैं.  Gnttv.com इसकी पुष्टि नहीं करता है