रामसेतु में तैरते पत्थरों का रहस्य जानिए

(Photos Credit: Getty Images)

रामसेतु का नाम आते ही भगवान राम का जिक्र आ जाता है. साथ में भारत और लंका के बीच बने पुल का जिक्र आता है.

रामसेतु में पत्थर तैरने की वजह से सेतु का निर्माण हुआ था. इसको पार करके ही श्रीराम और वानर लंका गई थी.

आखिर रामसेतु के समुद्र में पत्थर क्यों नहीं डूबते हैं? आइए इसके पीछे का रहस्य जानते हैं.

पौराणिक कथाओं के अनुसार, नल-नील के पास वरदान था कि उनके हाथ से छुए पत्थर पानी में नहीं डूबेंगे. उन्होंने ही रामसेतु का निर्माण किया था.

कहा जाता कि बाद में रामसेतु एक बड़े समुद्र तूफान में डूब गया. माना जाता है कि समुद्र में रामसेतु आज भी है.

सैटेलाइट के जरिए ये पता लगाया जा चुका है कि समुद्र के अंदर रामसेतु है. इसका मतलब है रामसेतु कोई कल्पना नहीं है.

अब पूरी दुनिया मान चुकी है कि राम सेतु सच में है. रामसेतु पत्थर के समुद्र में न डूबने की पीछे कोई रहस्य नहीं बल्कि विज्ञान है.

रामसेतु में प्यूमाइस स्टोन होने का अनुमान लगाया है. ये खास तरह के पत्थर समुद्र में डूबते नहीं है.

वैज्ञानिकों के मुताबिक, ये पत्थर ज्वालामुखी के लावा से बनते हैं. इन पत्थरों में छोटे-छोटे छेद हो जाते हैं. यही वजह है कि रामसेतु के पत्थरों के तैरते हैं.