बाघ से बचाकर अपने बच्चे पालती है बाघिन, जानें दिलचस्प फैक्ट्स 

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हर साल 29 जुलाई को World Tiger Day मनाया जाता है. इस दिन का उद्देश्य बाघों के संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करना है. 

हम सब जानते हैं कि बाघ यानी कि Panthera Tigris भारत का राष्ट्रीय पशु भी है और इसलिए बाघ संरक्षण पर भारत सरकार कई तरह के प्रोजेक्ट्स चला रही है. 

आज हम आपको बता रहे हैं बाघों से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें जिन्हें जानकर आप हैरान हो जाएंगे. 

क्या आपको पता है कि बाघ रात को भी देख सकते हैं. बाघ की आंख में रेटिना के पीछे टेपेटम ल्यूसिडम नाम की एक खास संरचना होती है, जिसकी वजह बाघ रात को देख सकता है. 

बाघ की नजर इंसानों से 6 गुना तेज होती है. रात में बाघ की आंखों का रंग उसकी आंखो पर पड़ने वाली रोशनी के रिफ्लेक्शन एंगल के हिसाब से दिखाई देता है. रात में यह ज्यादातर पीला, लाल या नीले रंग का दिखता है. 

बाघ के कान पर एक सफेद स्पॉट होता है, जो किसी रडार डिश की तरह घूम सकता है. जब बाघिन को खतरा महसूस होता है तो वह काम बंद कर लेती है और उसके बच्चे संकेत समझकर छिप जाते हैं. 

बात रहने की करें तो बाघ शेर की तरह सोशल एनिमल नहीं है. शेर जहां झुंड में रहता है तो वहीं बाघ अपनी टेरिटरी बनाकर अकेले रहता है. बाघ या बाघिन के इलाके में कोई दूसरा बाघ या बाघिन नहीं आ सकते हैं और अगर ऐसा हो तो दोनों के बीच लड़ाई होती है.

हम सबने बाघ के शरीर पर काले रंग की धारियां देखी हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि बाघ के शरीर में 100 से ज्यादा धारियां होती हैं और ये सिर्फ बालों नहीं बल्कि बाघ की स्किन पर भी होती हैं. हर एक बाघ की धारियां इंसानों के फिंगर प्रिंट्स की तरह यूनीक होती हैं. 

बताया जाता है कि बाघ के बच्चे जन्म के 6 या 12 दिन बाद ही अपनी आंखे खोलते हैं. शुरुआती करीब छह महीनों के लिए वे अपनी मां पर निर्भर होते हैं. बाघिन अपने बच्चे बाघ से बचाकर पालती है क्योंकि बाघ मेल शावक को मारने की कोशिश करता है ताकि बड़े होकर वे उसकी टेरिटरी न ले लें.