युवाओं को जरूर पढ़नी चाहिए हिंदी की ये किताबें
आजकल के युवा अपना ज्यादातर समय डिजिटल कंटेंट देखने में बिताते हैं. खबरों से लेकर पढ़ाई तक, सब कुछ डिजिटल हो गया है.
पढ़ाई के अलावा, यंगस्टर्स का ज्यादा टाइम ओटीटी कंटेंट देखने या ऑनलाइन गेम खेलने में जाता है. बहुत ही कम युवा होंगे जो किताबें पढ़ने में दिलचस्पी दिखाएं.
लेकिन जिन युवाओं को किताबें पढ़ने में दिलचस्पी है उनके लिए आज हम बता रहे हैं कुछ हिंदी नॉवल्स या उपन्यासों के बारे में, जो आपकी सोच को एक अलग दिशा देंगी.
सबसे पहले नाम आता है धर्मवीर भारती की किताब- गुनाहों का देवता. यह एक लव स्टोरी है जो चंदर और सुधा के इर्द-गिर्द घूमती है. इसमें जाति भेदभाव पर बात हुई है.
कमलेश्वर की 'कितने पाकिस्तान,' अगर आप बंटवारे के बारे में ज्यादा जानना चाहते हैं तो आपको यह किताब जरूर पढ़नी चाहिए.
काशीनाथ सिंह की किताब- 'काशी का अस्सी' में अस्सी घाट और वाराणसी से जुड़ी पांच कहानियां हैं. ये कहानियां 1990 के दशक की राजनीतिक और सामाजिक व्यवस्था का जिक्र करती हैं, लेकिन ये आज के परिप्रेक्ष्य में भी सटीक हैं.
फणीश्वर नाथ 'रेणु' की 'मैला आंचल,' हिंदी साहित्य के सबसे महत्वपूर्ण उपन्यासों में से एक है. यह हिंदी में आंचलिक उपन्यास (क्षेत्रीय उपन्यास) के सबसे महान उदाहरणों में से एक है.
मन्नू भंडारी की किताब- आपका बंटी. ये कहानी है 9 साल के बंटी की, जो अपने माता-पिता के तलाक से डील कर रहा है. किताब इस बात का मार्मिक वर्णन करती है कि कैसे एक छोटा बच्चा अपने सीमित दृष्टिकोण से इन चीजों से लड़ता है.
अगर आप व्यंग्य पढ़ना चाहते हैं तो श्रीलाल शुक्ल का उपन्यास 'राग दरबारी' पढ़ें. यह गांव की कथा के माध्यम से आधुनिक भारतीय जीवन की मूल्यहीनता को उजागर करने वाला उपन्यास है.