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90 हजार डॉलर के बैग के साथ दिखी इमरान खान की पत्नी की दोस्त फराह...भ्रष्टाचार का है आरोप

देश में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच भ्रष्टाचार का आरोप लगने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी की एक दोस्त कथित तौर पर दुबई भाग गई है. खबरों के बीच ट्विटर पर उनकी एक फोटो ट्रेंड कर रही है जिसमें वो प्लेन में बैठी नजर आ रही हैं.

Farah khan with 90,000 dollar bag Farah khan with 90,000 dollar bag
हाइलाइट्स
  • फराह पर रिश्वत लेने का है आरोप

  • इमरान खान के खिलाफ लाए अविश्वास प्रस्ताव

देश में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच भ्रष्टाचार का आरोप लगने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी की एक दोस्त कथित तौर पर दुबई भाग गई है. खबरों के बीच ट्विटर पर उनकी एक फोटो ट्रेंड कर रही है जिसमें वो प्लेन में बैठी नजर आ रही हैं. तस्वीर में उनके पैरों के पास एक हैंडबैग रखा हुआ है, जिसकी कीमत जानकर हर कोई हैरान है. यह स्पष्ट नहीं है कि तस्वीर कब ली गई थी।

विपक्षी दल पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के सदस्यों ने दावा किया कि महिला फराह खान के बैग की कीमत 90,000 डॉलर है. रोमिना खुर्शीद आलम ने ट्वीट किया, "फराह खान, बुशरा की फ्रंटवुमन जो भाग गई है. उसके बैग की कीमत 90,000 डॉलर है."

फराह पर रिश्वत लेने का है आरोप
हुरेन परवेज नाम की एक ट्विटर यूजर जोकि एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं ने जवाब में ट्वीट किया, दुबई में निजी जेट से यात्रा करने में केवल 50,000 अमेरिकी डॉलर से अधिक का खर्च आता है. हेमीज़ सैंडल." डॉन की एक खबर के अनुसार फराह पर रिश्वत लेने का आरोप है. कहा जाता है कि वो ऑफिसर्स से पैसे लेकर उन्हें मनचाही पोस्ट पर ट्रांसफर देती थी. उनके पति ने उनसे पहले पाकिस्तान छोड़ दिया था. इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ में ,फराह की कोई पोस्ट नहीं थी लेकिन इमरान की पत्नी बुशरा बावी का करीबी होने के कारण उन्हें जांच के दायरे में रखा गया है.

इमरान खान के खिलाफ लाए अविश्वास प्रस्ताव
विपक्ष द्वारा इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के बाद पाकिस्तान में तेजी से राजनीतिक विकास हुआ. इमरान सरकार पर लोगों ने आर्थिक कुप्रबंधन का आरोप लगाया है. विपक्ष को उन्हें बेदखल करने की उम्मीद थी, लेकिन रविवार को पाकिस्तान विधानसभा के उपाध्यक्ष ने उनकी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बहस की अनुमति देने से इनकार कर दिया. इसके तुरंत बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति से विधानसभा भंग करने के लिए कहा और मध्यावधि चुनाव का आह्वान किया. विपक्ष ने इस कदम को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है.