संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने पाकिस्तान स्थित आतंकवादी अब्दुल रहमान मक्की को अपनी आईएसआईएल (दाएश) और अल-कायदा प्रतिबंध समिति के तहत एक वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया. इस घोषणा के बाद सबसे बड़ा झटका पाकिस्तान और चीन को लगा है.
चीन ने जून 2022 में पाकिस्तानी आतंकवादी मक्की को ग्लोबल टेररिस्ट लिस्ट में शामिल करने पर अड़ंगा लगाया था. मक्की लश्कर चीफ हाफिज सईद का बहनोई है और जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी हमलों में शामिल रहा. मक्की ने 26/11 के मुंबई हमलों की साजिश भी रची थी. 75 साल का मक्की लश्कर-ए-तैयबा में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाता रहा है. भारत और अमेरिका दोनों ने मक्की को अपने-अपने देश के कानूनों के तहत आतंकवादी घोषित कर रखा है. जून 2022 में भारत ने प्रतिबंध समिति के तहत आतंकवादी अब्दुल रहमान मक्की को सूचीबद्ध करने के प्रस्ताव को अवरुद्ध करने के बाद चीन की आलोचना की थी. इस समिति को यूएनएससी 1267 समिति के रूप में भी जाना जाता है.
संपत्ति जब्त होगी, यात्रा पर लगेगा प्रतिबंध
संयुक्त राष्ट्र ने एक बयान में कहा कि 16 जनवरी 2023 को सुरक्षा परिषद समिति ने आईएसआईएल (दाएश), अल-कायदा, और संबंधित व्यक्तियों, समूहों, उपक्रमों और संस्थाओं से संबंधित संकल्प 1267 (1999), 1989 (2011) और 2253 (2015) के अनुसार इसे मंजूरी दे दी. सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2610 (2021) के पैरा 1 में निर्धारित और अपनाई गई नीति के तहत आंतकी की संपत्ति जब्त होगी. यात्रा प्रतिबंध और हथियार प्रतिबंध लगेगा.
लश्कर के अभियानों के लिए धन भी जुटाता है
भारत और अमेरिका पहले ही मक्की को अपने घरेलू कानूनों के तहत आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध कर चुके हैं. वह धन जुटाने, भर्ती करने और भारत में, विशेष रूप से जम्मू और कश्मीर में हमलों की योजना बनाने के लिए युवाओं को भर्ती करने और कट्टरपंथी बनाने में शामिल रहा है. मक्की लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के प्रमुख और 26/11 के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का बहनोई है. वह अमेरिका द्वारा नामित विदेशी आतंकवादी संगठन (एफटीओ) लश्कर के भीतर विभिन्न नेतृत्व भूमिकाएं निभा रहा है. उसने लश्कर के अभियानों के लिए धन जुटाने में भी भूमिका निभाई है.
चीन कर चुका है विरोध
चीन ने विशेष रूप से पाकिस्तान के आतंकवादियों की सूची में बाधाएं डाली हैं. उसने पाकिस्तान स्थित और संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर को नामित करने के प्रस्तावों को बार-बार अवरुद्ध किया था. अगस्त 2022 में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर अब्दुल रऊफ के खिलाफ प्रस्ताव रोका था. सितंबर 2022 में भारत और अमेरिका ने आतंकवादी साजिद मीर को ग्लोबल आतंकियों की लिस्ट में शामिल करने की मांग की थी. साजिद मीर 26/11 का मास्टरमाइंड है, लेकिन चीन ने रुकावट खड़ी कर दी थी. अक्टूबर 2022 में लश्कर के आतंकी शाहिद महमूद को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करने के प्रस्ताव पर चीन ने ब्रेक लगाया था. शाहिद महमूद कराची का रहने वाला है. वह 2007 में लश्कर-ए-तैबा से जुड़ा था. साल 2013 में ओबामा प्रशासन ने महमूद को लश्कर-ए-तैयबा की पब्लिकेशन विंग का सदस्य बताया था.
26/11 के मुंबई हमलों की साजिश
अब्दुल रहमान मक्की आतंकी संगठन जमात उत दावा का सदस्य है और उसने 26/11 के मुंबई हमलों की साजिश रची थी. मक्की पाकिस्तान के इस्लामिक वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन अहल ए हदीस व लश्कर ए तैयबा में अच्छी पैठ रखता है. उसे हाफिज सईद का काफी करीबी माना जाता है.