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America में Tik Tok पर Ban लगाए जाने की हो रही है मांग, जाने क्यों दिया गया है ये प्रस्ताव और कैसे यूजर्स पर पड़ेगा प्रभाव 

कहा जा रहा है कि चीन और अमेरीका दोनों वैश्विक शक्तियों के बीच तनाव बढ़ रहा है. अमेरिका का तर्क है कि टिकटॉक पर जो चीनी स्वामित्व है उसकी वजह से उसके 17 करोड़ से ज्यादा अमेरिकी यूजर्स की प्राइवेसी खतरे में है.

Tik tok Tik tok
हाइलाइट्स
  • हो रही बैन की मांग

  • अमेरिका-चीन संबंधों में बढ़ रहा तनाव 

पिछले कुछ समय से टिकटॉक को लेकर लगातार चर्चा चल रही है. अब इसी कड़ी में अमेरिकी में इसपर बैन लगाने की मांग हो रही है. यूएस हाउस में टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने के उद्देश्य से एक विधेयक को मंजूरी भी दे दी गई है. हालांकि, इसके पीछे शर्त भी रखी गई है. इसमें कहा गया है कि जब तक लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म अगले छह महीनों के भीतर अपनी चीनी मूल कंपनी बाइटडांस के साथ अपने संबंध नहीं तोड़ देता. 

भारतीय अमेरिकी कांग्रेसी राजा कृष्णमूर्ति और रिपब्लिकन पार्टी के कांग्रेसी माइक गैलाघेर ने इस बिल का ड्राफ्ट लिखा है. 'प्रोटेक्टिंग अमेरिकन्स फ्रॉम फॉरेन एडवर्सरी कंट्रोल्ड एप्लिकेशन एक्ट' को भारी समर्थन मिला है, जिसके पक्ष में 352 और विपक्ष में 65 वोट पड़े हैं. 

क्यों हो रही बैन की मांग

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इस बैन की मांग के पीछे डेटा की सुरक्षा और प्राइवेसी का मामला है. दरअसल, अमेरिका में डेटा प्राइवेसी और राष्ट्रीय सुरक्षा के संबंध में चिंताएं बढ़ रही हैं. अमेरिकी सांसदों ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) और टिकटॉक के बाइटडांस के मिले होने की आशंका जताई है. अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक एवरिल हैन्स ने चेतावनी दी है कि टिकटॉक जैसे प्लेटफार्मों के माध्यम से अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में चीनी हस्तक्षेप किया जा सकता है. कांग्रेसी ग्रेग मर्फी ने ऐप के डेटा स्टोरेज को लेकर कहा है कि चीन इसे माध्यम से अमेरिकी नागरिकों पर निगरानी कर रहा है और इस डेटा के साथ हेरफेर कर सकता है. 

अमेरिका-चीन संबंधों में बढ़ रहा तनाव 

यह विधेयक अमेरिका-चीन संबंधों के लिए काफी जरूरी है. कहा जा रहा है कि इन दोनों वैश्विक शक्तियों के बीच तनाव बढ़ रहा है. अमेरिका का तर्क है कि टिकटॉक पर जो चीनी स्वामित्व है उसकी वजह से उसके 17 करोड़ से ज्यादा अमेरिकी यूजर्स की प्राइवेसी खतरे में है. इसके अलावा, दुष्प्रचार अभियान चलाने और चुनावी नतीजों को प्रभावित करने में चीन टिकटॉक का फायदा ले सकता है. 

यूजर्स कर रहे हैं इसका इस्तेमाल 

दरअसल, छोटे टिकटॉक यूजर्स आज कंटेंट बनाने के लिए इसी टिकटॉक का इस्तेमाल कर रहे हैं. लोग इससे इनकम भी कर रहे हैं और अपनी लोकप्रियता भी बढ़ा रहे हैं. विशेष रूप से, अमेरिका में टिकटॉक की लोकप्रियता इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे पारंपरिक सोशल नेटवर्क से कहीं अधिक है. ऐसे में इसके बैन होने से कहीं न कहीं इन लाखों लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है. 

टिकटॉक के पास केवल दो विकल्प हैं

ऐसे में टिकटॉक के पास केवल दो ही विकल्प हैं: या तो बाइटडांस के साथ संबंध तोड़कर अपने चीनी स्वामित्व को छोड़ दें या अमेरिका में राष्ट्रव्यापी प्रतिबंध का सामना करें. व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन के मुताबिक इस विधेयक का उद्देश्य पूरे प्रतिबंध के बजाय टिकटॉक पर चीनी स्वामित्व को खत्म करना है. हालांकि, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने प्रतिबंध के विरोध में आवाज उठाई है.