अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) तंबाकू को छोड़कर मेन्थॉल सिगरेट और सभी सिगार फ्लेवर्स पर प्रतिबंध लगाने जा रही है. FDA का कहना है कि इससे तंबाकू उत्पादों के इस्तेमाल से होने वाली बीमारी और मौत को काफी हद तक कम हो सकती है. मेन्थॉल फ्लेवर वाली सिगरेट को बैन करने को लेकर स्वास्थ्य और मानव सेवा सचिव जेवियर बेसेरा ने कहा कि प्रस्तावित नियम बच्चों को धूम्रपान करने वालों की अगली पीढ़ी बनने से रोकने में मदद करेंगा और युवाओं को धूम्रपान को छोड़ने में मदद करेगा.
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि अमेरिका में कैंसर से होने वाली सभी मौतों में करीब 30 फीसद धूम्रपान ही कारन होती हैं. वहीं बताया कि मेन्थॉल फ्लेवर वाली सिगरेट को बैन करने वाला प्रस्ताव इन्ही आंकड़ों पर आधारित हैं. इनके बैन होने पर काम उम्र के बच्चे सिगरेट नहीं का सेवन नहीं कर सकेंगे. इसी के चलते 2009 में सिगरेट के सभी फ्लेवर को बंद कर दिया गया था.
एक रिपोर्ट के अनुसार मेन्थॉल या अन्य फ्लेवर वाली सिगरेट एडिक्टिव होती है. दरअसल फ्लेवर वाली सिगरेट धूम्रपान के जलन और कठोरता को कम करता है. जिसके चलते युवक उसकी तरफ ज्यादा आकर्षित होते है.जिससे युवक इसका सेवन रोजाना करने लगते है. जिसके चलते उन्हें इसकी आदत सी हो जाती है. इतना ही नहीं यह लोगों को धूम्रपान को छोड़ना भी मुश्किल बना देता है.
इसलिए हो रहा प्रतिबंध
जानकारी के अनुसार अमेरिका में 2019 में 18.5 मिलियन से अधिक 12 और उससे अधिक उम्र के लोग मेन्थॉल सिगरेट धूम्रपान करते थे. इस आंकड़े में सबसे अधिक युवा ही शामिल थे. वहीं एक अध्ययन के अनुसार अनुमान लगाया है कि अगर संयुक्त राज्य अमेरिका में मेन्थॉल सिगरेट 40 साल तक उपलब्ध नहीं रहती तो धूम्रपान में 15 फीसद तक कमी आएगी. इन रिपोर्ट्स के अनुसार इस बीच 324,000 से 654,000 धूम्रपान के कारण होने वाली मौतों से बचाया जा सकता है. इसके साथ ही मेन्थॉल सिगरेट सीधा दिमाग पर असर करता है. जिसके चलते ही इसे यूएसए में बैन किया जा रहा हैं.
यहां-यहां बैन है मेन्थॉल सिगरेट
मेन्थॉल सिगरेट दुनिया में सबसे पहले ब्राजील में 2012 में बंद हुई थी. इसके बाद मेन्थॉल सिगरेट को कनाडा ने 2017 में प्रतिबंध लगाया था. फिर यूरोपीय संघ ने मई 2020 में मेन्थॉल सिगरेट पर बैन लगाया. यूरोपीय संघ के मेन्थॉल सिगरेट पर लगाए प्रतिबन्ध को ब्रिटेन ने भी माना था. वहीं मेन्थॉल सिगरेट पर तुर्की, मोल्दोवा और इथियोपिया ने भी बैन लगा दिया है.