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Military Coup: 53 साल से एक फैमिली का राज, चुनाव में फिर मिली जीत, आर्मी की बगावत... सेंट्रल अफ्रीका के देश Gabon में ऐसे हुआ तख्तापलट

Gabon Military Coup: सेंट्रल अफ्रीकी देश गबोन में सेना ने तख्तापलट कर दिया है. सेना ने संसद, कोर्ट और चुनाव आयोग को भंग कर दिया है. राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आने के 3 दिन बाद सेना ने तख्तापलट किया है. राष्ट्रपति चुनाव में अली बॉन्गो की तीसरी बार जीत मिली थी.

सेंट्रल अफ्रीका के देश गबोन में सेना ने तख्तापलट किया सेंट्रल अफ्रीका के देश गबोन में सेना ने तख्तापलट किया

सेंट्रल अफ्रीका का ऐसा देश, जहां पिछले 53 सालों से एक परिवार सत्ता पर काबिज था. लेकिन अब उस देश में सेना ने तख्तापलट कर दिया है. इस देश का नाम गबोन है. गबोन में सैन्य अधिकारियों ने चुनी हुई सरकार को सत्ता से बदल कर दिया है. देश की सभी सीमाएं सील कर दी गई हैं. तख्तापलट को लेकर सेना का तर्क है कि राष्ट्रपति चुनाव में फर्जीवाड़ा हुआ है, इसलिए हमने ये कदम उठाया है.

सेना की बगावत, तख्तापलट का ऐलान-
गबोन में सेना ने बगावत कर दिया है और तीसरी बार सत्ता में लौटे राष्ट्रपति अली बोंगो की सरकार को उखाड़ फेंका है.  सेना के अफसरों ने गबोन 24 चैनल पर आकर तख्तापलट का एलान किया. उन्होंने कहा कि हम सभी सिक्योरिटी और डिफेंस फोर्सेस कर रहे हैं. राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे रद्द कर दिए गए हैं. अगले आदेश तक देश की सीमाएं सील कर दी गई हैं. सरकारी संस्थानों को भंग कर दिया गया है.

राजधानी लिबरविले में गोलीबारी-
गबोन में सरकार, सीनेट, राष्ट्रीय असेंबली, कोर्ट और चुनाव आयोग को भंग कर दिया गया है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक तख्तापलट के ऐलान के बाद राजधानी लिबरेविले में गोलियों की आवाज सुनी गई. हालांकि अब तक इसको लेकर कोई बयान जारी नहीं हुआ है. आपको बता दें कि गबोन ओपेक का सदस्य है.

तख्तापलट की क्या है वजह-
साल 2009 में अली बॉन्गो गबोन के राष्ट्रपति चुने गए थे. उसके बाद से लगातार वो सत्ता में बने हुए थे. इस साल राष्ट्रपति चुनाव हुआ था. जिसके नतीजे 27 अगस्त को आए. जिसमें अली बॉन्गो ओन्डिबा लगातार तीसरी बार चुनाव जीत गए. राष्ट्रपति बॉन्गो को 64.27 फीसदी वोट मिले, जबकि विरोधी एल्बर्ट ऑन्डो ओस्सा को 30.77 फीसदी वोट मिले. राष्ट्रपति चुनाव में अली की जीत ही तख्तापलट की वजह बनी. सेना ने सत्ता पर कब्जा कर लिया. सेना का दावा है कि राष्ट्रपति चुनाव में धांधली हुई है. आपको बता दें कि विपक्ष लगातार बॉन्गो शासन को खत्म करने की मांग करता रहा था. 

53 साल से एक फैमिली की सत्ता-
गबोन में पिछले 53 साल से बॉन्गो परिवार सरकार चला रहा था. लेकिन तख्तापलट के बाद इस शासन का अंत हो गया है.  उमर बॉन्गो ने गैबनीज डेमोक्रैटिक पार्टी की स्थापना की थी. उमर साल 1967 से 2009 तक देश के राष्ट्रपति रहे. इसी साल उनका निधन हो गया. जिसके बाद तत्कालीन रक्षामंत्री और उनके बेटे अली बॉन्गो राष्ट्रपति बनाए गए थे. उसके बाद से लगातार अली राष्ट्रपति के पद पर जीतते रहे हैं.

अफ्रीका में 3 साल में 8 देशों में तख्तापलट-
अफ्रीका में पिछले 3 सालों में 8 देशों में तख्तापलट हुआ है. इसमें माली, गिनी, बुर्किना, फासो, चाड और नाइजर देश शामिल हैं. पश्चिमी अफ्रीकी देश नाइजर में इसी साल 26 जुलाई को तख्तापलट हुआ था. कुछ हथियाबंद सैनिकों ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया था. इसके साथ ही राष्ट्रपति मोहम्मद बज्म को सत्ता से हटाकर कैद कर लिया गया था.

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