scorecardresearch

Soapbottle: साबुन से बनी है यह शैंपू की बोतल, Plastic Pollution कम करने के लिए अनोखा इनोवेशन

बर्लिन में रहने वाली एक प्रोडक्ट डिजाइनर, जोन्ना ने Plastic Pollution के समाधान में योगदान देते हुए एक खास तरह का प्रोडक्ट बनाया है. यह प्रोडक्ट है Soapbottle.

Soapbottle (Photo: Instagram: @soapbottle_official) Soapbottle (Photo: Instagram: @soapbottle_official)

भारत में प्लास्टिक प्रदुषण सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है. इस समस्या में हम सबकी भागीदारी है क्योंकि हम अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में प्लास्टिक का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करते हैं. अगर कोई आपसे पूछे कि आप सामान्य तौर पर साल में कितनी बोतल शैंपू इस्तेमाल करते हैं तो आपका जवाब 5 या 6 तो होगा ही. वहीं परिवार की बात करें तो सालभर में लगभग 10 शैंपू की बोतलें इस्तेमाल होना सामान्य है. और भारत की आबादी को देखते हुए हम कह सकते हैं कि सिर्फ शैंपू की बोतलें ही प्लास्टिक के प्रदूषण में बहुत ज्यादा योगदान देती हैं. 

लेकिन अगर हम प्लास्टिक बोतल में शैंपू लेना बंद कर दें तो?  यह सुनकर आपको हैरानी हो रही होगी लेकिन दुनिया में लोग इस तरह के इनोवेशन पर काम कर रहे हैं जिससे प्लास्टिक पॉल्यूशन को कम से कम किया जा सके. जैसे कि बर्लिन में रहने वाली जोन्ना ब्रेइटनह्यूबर ने किया. जोन्ना ने एक खास तरह की शैंपू की बोतल बनायी है, जो अपने आप में एक साबुन भी है और इसे उन्होंने नाम दिया है सोपबॉटल (Soapbottle). 

कैसे आया आइडिया 
सोपबॉटल की वेबसाइट के मुताबिक, जोना कॉस्मैटिक इंडस्ट्री में पैकेजिंग वेस्ट से परेशान थीं. और बतौर प्रोडक्ट डिजाइनर उन्होंने कुछ ऐसा प्रोडक्ट बनाने की सोची जिससे वेस्ट जीरो हो जाए. यहां से शुरुआत हुई. सोपबॉटल के आइडिया की. उन्होंने अपनी मास्टर्स डिग्री के दौरान यह कॉन्सेप्ट दिया. और फिर इसी प्रोजेक्ट को उन्होंने उद्यम में बदलने का फैसला किया. 

क्या है यह सोपबॉटल 
सोपबॉटल एक ऐसा प्रोडक्ट है जो पूरी तरह से इको-फ्रेंडली है. यह एक इनोवेटिव बोतल है. इस बोतल में शैंपू और क्लींजिंग जैल को भरा जाता है. जब शैंपू या क्लींजिंग जैल खत्म हो जाए तो आप इस बोतल को साबुन की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं. क्योंकि यह बोतल साबुन की बनी होती है जिसके बीच में खाली जगह बनाकर इसमें लिक्विड सोप या शैंपू भरते हैं. शैंपू भरने से पहले अंदर की तरफ एक परत लगाई जाती है ताकि लिक्विड शैंपू का प्रभाव साबुन की बोतल पर न पड़े. जब लिक्विड खत्म हो जाए तो इसे साबुन की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं. 

इस बोतल को बंद करने के लिए स्टेनलैस स्टील के मोल्ड लगाए गए हैं जो रियूजेबल और रिसायक्लेबल हैं. इस पर लगने वाले पेपर लेबल भी रिसायकल्ड पेपर से बने हैं. जिसे फिर से रिसायकल किया जा सकता है. हालांकि, सोपबॉटल का प्रोडक्शन अभी बहुत ही शुरुआती स्टेज में है. लेकिन यह इनोवेशन पैकेजिंग इंडस्ट्री में बड़ी गेमचेंजर साबित हो सकता है.