कोरोना महामारी ने दुनिया को पूरी तरह से बदल दिया है. इस दौरान न सिर्फ लोगों के रहने-खाने का ढंग बदला है बल्कि काम करने के तरीकों में भी बड़े बदलाव हुए हैं. जैसे पिछले दो सालों में कई देशों में सप्ताह में पांच दिन का बजाय चार दिन काम और तीन दिन आराम करने की पॉलिसी को अपनाया गया है.
अब ब्रिटेन भी इन देशों की फेहरिस्त में शामिल हो गया है. बताया जा रहा है कि ब्रिटेन में 1 जून 2022 से हफ्ते में '4 Day Work' और '3 Day Week Off' पॉलिसी का ट्रायल शुरू किया जा रहा है. इस पायलट प्रोजेक्ट में देश की 60 बड़ी कंपनियों ने हिस्सा लिया है. यह ट्रायल 6 महीने तक होगा और इस दौरान कर्मचारियों को हफ्ते में 4 दिन या 32 घंटे काम करना है.
ये देश हैं 4 Day Work Week Club का हिस्सा
आपको बता दें कि जिन देशों में 4 दिन काम और 3 दिन वीक ऑफ की पॉलिसी है, उन देशों के ग्रुप को 4 Day Work Week Club कहा जाता है. इस फेहरिस्त में 7 देश शामिल हैं- न्यूजीलैंड, जापान, स्कॉटलैंड, स्पेन, बेल्जियम, आयरलैंड और आइसलैंड.
न्यूजीलैंड ने साल 2020 में बिना किसी सैलरी कट के 4 दिन काम और तीन दिन आराम के नियम को लागू किया था. वहीं, जापान ने साल 2021 में इस पॉलिसी की पहल की ताकि वर्क-लाइफ बैलेंस बनाया जा सके. उनका उद्देश्य लोगों को स्ट्रेस-फ्री रखना है. जापान में सबसे पहले पैनासोनिक कंपनी ने यह नियम अपनाया.
हालांकि, आइसलैंड ऐसा देश है जहां पिछले 4 साल से इस पॉलिसी पर ट्रायल चल रहा था. कोरोना से पहले ही आइसलैंड इस बारे में काम शुरू कर चुका था और अब यहां कर्मचारी इस पॉलिसी का लाभ उठा रहे हैं. स्कॉटलैंड में अभी ट्रायल चल रहा है. बताया जा रहा है कि ब्रिटेन में ट्रायल के बाद यह नियम लागू कर दिया जाएगा.
UAE में साढ़े 4 दिन होता है काम
इस साल की शुरुआत में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने सरकारी संगठनों में कार्य अवधि को 5 दिन से साढ़े 4 दिन कर दिया. शुक्रवार को अब यहां हाफ डे रहता है. उम्मीद है कि और देश भी इस तर्ज पर फैसला लेंगे और वेतन में कटौती किए बिना 4 Day Work Week नियम को अपनाएंगे.
भारत में भी काफी समय से इस बारे में चर्चा हो रही है. हालांकि, इस पर कोई ठोस बात अभी सामने नहीं आई है. लेकिन पिछले महीने आई जीनियस कंसल्टेंट नामक फर्म की एक सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक 60 फीसदी से ज्यादा नियोक्ता सप्ताह में 4 Day Work Week के पक्ष में हैं. उनका कहना है कि इससे कर्मचारियों का मनोबल बढ़ेगा.