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Britain Water Cremation: डेड बॉडी को जलाने या दफनाने की बजाय पानी में किया जाएगा डिकंपोज, अंतिम संस्कार को बनाया जाएगा पर्यावरण अनुकूल

Water Cremation Process: पानी में जब डेड बॉडी को डिकंपोज किया जाता है तो इससे प्रदूषण नहीं फैलता. ये एक अधिक टिकाऊ विकल्प है. इसका कारण है कि इस प्रोसेस में डेड बॉडी जहरीली गैस, वायु प्रदूषक या प्रदूषणकारी फ्लूइड नहीं छोड़ती है.

Water Cremation: Water Cremation:
हाइलाइट्स
  • पर्यावरण को बचाने में मदद मिलेगी

  • पानी में की जाएगी बॉड़ी डिकंपोज

लोग पर्यावरण को लेकर काफी जागरूक हो रहे हैं. अब इसी कड़ी में अंतिम संस्कार को भी पर्यावरण अनुकूल बनाया जाएगा. ब्रिटेन में डेड बॉडी को जलाने या दफनाने की बजाय पानी में डिकंपोज किया जाएगा. ब्रिटेन की सबसे बड़ी फ्यूनरल कंपनी को-ऑप फ्यूनरलकेयर (Co-op Funeralcare) ने पारंपरिक दफनाने या दाह-संस्कार के अलावा एक और योजना पेश की है. 

को-ऑप फ्यूनरलकेयर इस साल के आखिर तक Resomation नाम की इस प्रथा को शुरू करने वाला है. इसे जल दाह संस्कार या अल्कलाइन हाइड्रोलिसिस के रूप में भी जाना जाता है. यानि डेड बॉडी को जलाया या दफनाया नहीं बल्कि पानी में डिकंपोज किया जाएगा. 

कैसे होता है पानी में अंतिम संस्कार?

दरअसल, पानी में होने वाले इस अंतिम संस्कार में डेड बॉडी को एक बायोडिग्रेडेबल थैली में बंद किया जाता है और फिर प्रेशऱ वाले पानी और थोड़ी मात्रा में पोटेशियम हाइड्रॉक्साइड से भरे कंटेनर में रखा जाता है. यह तेजी से टिश्यू और सेल को पानी के घोल में बदल देता है. इसकी एक साइकिल में करीब चार घंटे लगते हैं. इसके बाद हड्डियां नरम रह जाती हैं और इन्हें सुखाकर सफेद पाउडर बना दिया जाता है, जिसे कलश में रिश्तेदारों को लौटाया जा सकता है.

ये एक टिकाऊ उपाय है 

कई रिसर्च कहती हैं कि पानी में जब डेड बॉडी को डिकंपोज किया जाता है तो इससे प्रदूषण नहीं फैलता. ये एक अधिक टिकाऊ विकल्प है. इसका कारण है कि इस प्रोसेस में डेड बॉडी जहरीली गैस, वायु प्रदूषक या प्रदूषणकारी फ्लूइड नहीं छोड़ती है. किसी डेड बॉडी का दाह संस्कार करने से कार्बन डाइऑक्साइड और संभावित रूप से जहरीली गैसें निकलती हैं जबकि दफनाने से भूजल दूषित होने का खतरा हो सकता है.

पर्यावरण को बचाने में मदद मिलेगी

को-ऑप एक साल में 93,000 से अंतिम संस्कार करता है. पायलट प्रोजेक्ट के दौरान इसके लिए एक्सपर्ट्स के साथ काम किया जाएगा. इतना ही नहीं ब्रिटेन में सरकार को भी इसे लेकर अपनी योजना के बारे में भी अपडेट किया गया है. हालांकि, ऐसा नहीं है कि ये कॉन्सेप्ट पहली बार आया है, ये अमेरिका, कनाडा और दक्षिण अफ्रीका में लोकप्रियता में बढ़ रहा है. लेकिन ब्रिटेन के परिवारों के लिए दफनाना या गैस दाह संस्कार अभी भी दो विकल्प हैं. अगर ये शुरू हो जाता है तो इससे पर्यावरण को बचाने में काफी हद तक मदद मिलेगी.