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कलीग की हत्या की कोशिश के बाद अदालत में सुनवाई से गायब रहा ब्रिटेन का प्लास्टिक सर्जन, भूख हड़ताल पर बैठा, बोला जेल जाने से अच्छा है भूखा मर जाऊं

साल 2021 में पीटर ब्रूक्स की उम्र 61 साल थी. पीड़ित ग्रेम पर्क्स 65 साल के थे. दोनों एक समय पर एक ही हॉस्पिटल में काम करते थे लेकिन पर्क्स इस वक्त तक रिटायर हो चुके थे. लेकिन किसी वजह से ब्रूक्स ने पर्क्स की हत्या करने का फैसला किया.

आरोपी ने अपने साथी डॉक्टर पर 2021 में हमला किया था. आरोपी ने अपने साथी डॉक्टर पर 2021 में हमला किया था.

ब्रिटेन की लेस्टर क्राउन कोर्ट ने एक प्लास्टिक सर्जन को अपने हॉस्पिटल में काम करने वाले डॉक्टर की हत्या करने की कोशिश का दोषी पाया है. यह घटना 14 जनवरी 2021 को हुई थी. यानी कोरोनाकाल के दौरान. अदालत ने चार साल की सुनवाई के बाद प्लास्टिक सर्जन पीटर ब्रूक्स को दोषी पाया है. लेकिन हैरानी की बात यह है कि ब्रूक्स ने सुनवाई में हिस्सा ही नहीं लिया.

ब्रूक्स सुनवाई के विरोध में भूख हड़ताल पर बैठ गया था. और उसका कहना था कि वह जेल जाने से ज्यादा मरना पसंद करेगा. सिर्फ यही नहीं, बीते चार सालों में ब्रूक्स ने अदालत की कई सुनवाइयां टलवाई थीं और ज्यादातर सुनवाइयों से गायब रहा था. क्या है पूरा मामला, आइए डालते हैं नजर.

क्यों किया साथी पर जानलेवा हमला?
साल 2021 में ब्रूक्स की उम्र 61 साल थी. पीड़ित ग्रेम पर्क्स 65 साल के थे. दोनों एक समय पर एक ही हॉस्पिटल में काम करते थे लेकिन पर्क्स इस वक्त तक रिटायर हो चुके थे. घटना के दिन ब्रूक्स नॉटिंघमशर की बर्फ से लदी सड़कों पर साइकिल चलाकर पर्क्स के घर पहुंचा था. उसके पास एक सब्बल, पेट्रोल, माचिस और एक चाकू था.

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ब्रूक्स ने पर्क्स के घर पहुंचकर दरवाज़ा तोड़ा, जिससे पर्क्स की आंख खुल गई. जब शोर सुनकर पर्क्स नीचे आए तो उन्हें फर्श गीला मालूम हुआ. ब्रूक्स ने फर्श पर पेट्रोल डाल दिया था. इससे पहले कि पर्क्स कुछ समझ पाते, ब्रूक्स ने पर्क्स पर चाकू से हमला कर दिया. इसके बाद ब्रूक्स ने घर में आग भी लगा दी. कुछ देर बाद ब्रूक्स एक पार्क के बेंच पर सोता हुआ मिला. जहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

"जेल जाने से अच्छा है मर जाऊं" 
पर्क्स को हमले में जिन्दा बच गए लेकिन अदालत ने ब्रूक्स को हत्या की कोशिश और आगज़नी का दोषी पाया. लेकिन इससे पहले कोर्ट में बहुत ड्रामा हुआ. द इंडिपेंडेंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, ब्रूक्स अपनी सुनवाई के आखिरी महीने में जानबूझकर शामिल नहीं हुआ और उसने अपनी वकीलों को भी काम से निकाल दिया था.

दरअसल ब्रूक्स लंबे वक्त से जेल में बंद था और कारावास में ज्यादा समय नहीं बिताना चाहता था. उसने 2021 के बाद से या तो भूख हड़ताल का या आत्महत्या का बहाना बनाकर कम से कम आठ बार अदालत की सुनवाई टलवाई थी. बीते चार सालों में ब्रूक्स ने 'सेल्फ डिफेंस' जैसे कई बहाने बनाए थे लेकिन अदालत के सामने कोई पुख्ता सबूत पेश नहीं किया था. 

ब्रूक्स एक अप्रैल 2025 को नॉर्विच की जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई में शामिल हुआ था. ब्रूक्स सुनवाई में अपनी व्हीलचेयर पर ठीक से नहीं बैठ पा रहा था और फर्श पर लेटा हुआ था. उसने यहीं अदालत से कहा था कि वह जेल जाने के बजाय मरना पसंद करेगा. उसने अदालत से कहा था, "मैं मरना तो नहीं चाहता लेकिन अगर उम्र कैद और मौत में से किसी एक को चुनना हो तो मैं मौत चुनूंगा."