ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने सोमवार को दो बड़ा फैसला लिया. उन्होंने जहां, गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन को बर्खास्त कर दिया तो वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन को नया विदेश मंत्री नियुक्त किया. प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, ब्रिटिश विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली को ब्रेवरमैन की जगह गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
कौन हैं ब्रेवरमैन
पिछली बोरिस जॉनसन की सरकार में 43 साल की सुएला ब्रेवरमैन अटॉर्नी जनरल थीं. वे हिंदू-तमिल परिवार से तालल्लुक रखती हैं. उनका जन्म 3 अप्रैल 1980 में लंदन में हुआ था. उनका लालन-पालन वेंबले में हुआ. ऐसे में उनके पास ब्रिटेन की नागरिकता है.
कैसे शुरू हुआ विवाद
बाकी यूरोपीय देशों की तरह ब्रिटेन में भी फ्रीडम ऑफ स्पीच पर काफी जोर दिया जाता है. इजराइल और हमास की जंग में बेगुनाहों के मारे जाने को लेकर ब्रिटेन में काफी प्रदर्शन हो रहे हैं. यहां फिलिस्तीन और इजराइल के समर्थक भिड़ भी चुके हैं. कानून-व्यवस्था संभालने का जिम्मा सुएला ब्रेवरमैन के हाथ में ही था. उन्होंने बजाए बेहतर मैनेजमेंट स्किल्स दिखाने के लिए सारा ठीकरा पुलिस पर फोड़ दिया.
पिछले हफ्ते फिलिस्तीन के समर्थन में एक रैली के दौरान भीड़ ने पुलिस पर भी हमला कर दिया था. इसके बाद सुनक कैबिनेट के कई मंत्रियों और पार्टी मेंबर्स ने सुएला से जवाब मांगा तो उन्होंने इसे पुलिस की नाकामी बता दिया. आर्म्ड फोर्सेस मिनिस्टर जेम्स हेपे ने इस पर नाराजगी जताई. उन्होंने कहा- होम सेक्रेटरी अखबार में आर्टिकल लिख रही हैं. अपनी ही पुलिस को निशाना बना रही हैं. उनके बयानों की वजह से हिंसक झड़पें हो रही हैं. इससे ब्रिटेन में कम्युनिटी टेंशन बढ़ रहा है.
मेट्रोपॉलिटन पुलिस की आलोचना करते हुए लिखा था लेख
सुएला ब्रेवरमैन ने लंदन में पिछले दिनों फिलिस्तीन के समर्थन में हुए प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई न करने को लेकर मेट्रोपॉलिटन पुलिस की आलोचना करते हुए एक लेख लिखा था. माना जा रहा है कि यही लेख ब्रेवरमैन पर भारी पड़ गया. इस लेख को लेकर विपक्षी लेबर पार्टी और लोगों ने पुलिस पर दबाव बनाने को लेकर उनकी आलोचना की थी. सुएला ने अपने लेख में लंदन पुलिस पर आरोप लगाया था पुलिस फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों के प्रति बहुत उदार रवैया अपना रही है.
विवाद बढ़ने पर बदले ब्रेवरमैन के सुर
विवाद बढ़ने पर सुएला ब्रेवरमैन ने पुलिस की तारीफ की. उन्होंने कहा, हमारे बहादुर पुलिस अधिकारी लंदन में प्रदर्शनकारियों की हिंसा और आक्रामकता तथा प्रदर्शनकारियों के विरोध में प्रदर्शन करने वालों से निपटने में अपनी पेशेवर क्षमता के लिए हर सभ्य नागरिक की ओर से धन्यवाद के पात्र हैं. अपने कर्तव्य निर्वहन के दौरान कई अधिकारियों के घायल होने से आक्रोश है.
पहले भी विवादों में रही हैं सुएला
सुएला ब्रेवरमैन समलैंगिंक और होमलेस (जिनके घर नहीं) लोगों को लेकर भी विवादित बयान देती रही हैं. उन्होंने कुछ दिनों पहले कहा था कि होमलेस होना आज के समय लाइफस्टाइल का विकल्प बन चुका है. इसके अलावा उन्होंने कहा था कि ब्रिटेन में शरण चाहने वाले लोग समलैंगिक होने का नाटक कर रहे हैं. हालांकि वह पाकिस्तानियों पर भी हमले से दूर नहीं रही हैं. कुछ दिनों पहले महिलाओं के खिलाफ होने वाले अत्याचारों में उन्होंने ब्रिटिश पाकिस्तानियों की संलिप्तता बताई थी. ब्रेवरमैन ने इस साल की शुरुआत में भी एक विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि ब्रिटेन में शरण चाहने वाले लोगों को रवांडा भेज दिया जाना चाहिए.
भारतीयों को लेकर भी दिया था बयान
ऋषि सुनक से पहले लिज ट्रस कुछ दिनों के लिए प्रधानमंत्री थीं. उनके कार्यकाल में भी सुएला गृह मंत्री थीं. तब वह भारतीयों को लेकर अपने विवादित बयानों के कारण चर्चा में आ गई थीं. तब लीसेस्टर में भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के दौरान बवाल हुआ था. तब उन्होंने कहा था कि इसके लिए यूके में होने वाला अनियमित माइग्रेशन जिम्मेदार है. इसके अलावा उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि माइग्रेशन एक बड़ी समस्या है और भारतीय सबसे ज्यादा हैं, जो ओवरस्टे करते हैं.
पूर्व पीएम डेविड कैमरन की राजनीति में फिर वापसी
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन को नया विदेश मंत्री नियुक्त किया. कैमरन ने सात साल बाद राजनीति में फिर से वापसी की है. डेविड कैमरन ब्रेक्सिट जनमत संग्रह हारने के बाद पद छोड़ने से पहले 2010 से 2016 तक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थे. वह जेम्स क्लेवरली की जगह लेंगे, जो अब तक विदेश मंत्री के पद पर काबिज थे. डेविड कैमरन के कार्यकाल में भारत और ब्रिटेन के रिश्ते काफी मजबूत थे.