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यूके की स्टडी से मिले राहत के संकेत, ओमिक्रॉन से संक्रमित होने पर अस्पताल जाने की नहीं आएगी नौबत

शोधकर्ताओं ने स्टडी के बारे में कहा, "कुल मिलाकर, हमें डेल्टा संक्रमण के मुकाबले ओमिक्रॉन के लिए अस्पताल में भर्ती होने के जोखिम में कमी के सबूत मिले हैं, जो सभी मामलों में औसत है." इस स्टडी के दौरान 1 दिसंबर से 14 दिसंबर के बीच इंग्लैंड में पीसीआर-टेस्ट द्वारा जांच किए गए मामलों के आंकड़ों का एनालिसिस किया गया.

नया वेरिएंट बहुत तेजी से फैल रहा है और अब तक 106 देशों में इसके केसेस मिल चुके हैं. नया वेरिएंट बहुत तेजी से फैल रहा है और अब तक 106 देशों में इसके केसेस मिल चुके हैं.
हाइलाइट्स
  • दक्षिण अफ्रीका की स्टडी में भी आई ये बात सामने  

  • अब तक 106 देशों में मिल चुके हैं इसके केस

कोरोना का ओमिक्रॉन वेरिएंट यूं तो बाकी स्ट्रेंस की तुलना में कई गुना तेजी से फैल रहा है लेकिन इसके आंकड़े बता रहे हैं कि कई मामलों में यह बाकी वेरिएंट की तुलना में कम खतरनाक है. बुधवार को प्रकाशित लंदन के इंपीरियल कॉलेज के शोध के अनुसार, COVID-19 के ओमिक्रॉन वेरिएंट वाले रोगियों को डेल्टा वेरिएंट वाले रोगियों की तुलना में अस्पताल में रहने की जरूरत 40% से 45% कम है. शोधकर्ताओं ने अध्ययन के बारे में कहा, "कुल मिलाकर, हमें डेल्टा संक्रमण के कम्पैरिज़न में ओमिक्रॉन के लिए अस्पताल में भर्ती होने के जोखिम में कमी के सबूत मिले हैं, जो अध्ययन अवधि में सभी मामलों में औसत है." इस स्टडी के दौरान 1 दिसंबर से 14 दिसंबर के बीच इंग्लैंड में पीसीआर-टेस्ट द्वारा पुष्टि किए गए मामलों के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया.

दक्षिण अफ्रीका की स्टडी में भी आई ये बात सामने  

हाल ही में ऐसी ही एक स्टडी दक्षिण अफ्रीका में भी की गई जिसमें पाया गया कि ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित लोगों में अक्टूबर और नवंबर के बीच दूसरे वेरिएंट से संक्रमित हुए लोगों की तुलना में अस्पताल में भर्ती होने की संभावना 80% कम होती है. बता दें, दक्षिण अफ्रीका ओमिक्रॉन वेरिएंट से सबसे पहले प्रभावित हुए देशों में से एक है. हालांकि एक दूसरी स्टडी में यह भी पता चला है कि यदि ओमिक्रॉन से संक्रमित लोगों को अस्पताल में भर्ती होने जरूरत पड़ती है, तो उनकी स्थिति गंभीर होने की संभावना चल रही लहर के दौरान दूसरे वेरिएंट से संक्रमित हुए लोगों के जितनी ही है.

अब तक 106 देशों में मिल चुके हैं इसके केस

वहीं डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस अदनोम घेब्येयियस ने बुधवार को वैक्सीनेशन पर  जोर देते हुए कहा कि पहले से ही वैक्सीनेटेड लोगों के लिए बूस्टर डोज की व्यवस्था करने के बजाय हर देश में प्रत्येक व्यक्ति के पार्शियली या पूरी तरह से वैक्सीनेटेड होने पर प्राथमिक रूप से ध्यान दिया जाना चाहिए. उनकी टिप्पणी दुनिया भर में ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले तेजी से बढ़ने के बाद आई है. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि नया वेरिएंट बहुत तेजी से फैल रहा है और अब तक 106 देशों में इसके केसेस मिल चुके हैं.