

भारत का सबसे ऊंचा रेल ब्रिज बनकर तैयार हो गया है. जल्द ही जम्मू-कश्मीर में बना चिनाब ब्रिज लोगों के लिए खोल दिया जाएगा. भारत में दुनिया का सबसे ऊंचा रेल ब्रिज बनकर रेडी हो गया है. वहीं पड़ोसी देश ने दुनिया का सबसे ऊंचा पुल बना रहा है.
चीन अपने हैरान कर देने के लिए आर्किटेक्चर के लिए जाना जाता है. एक बार फिर से चीन कुछ ऐसा ही करने जा रहा है. जल्द ही चीन में दुनिया का सबसे ऊंचा ब्रिज बनकर तैयार हो जाएगा. इस पुल के बन जाने से 1 घंटे की यात्रा सिर्फ 1 मिनट में पूरी हो जाएगी.
चीन का हुआजियांग ग्रांड कैन्यन ब्रिज दुनिया का सबसे ऊंचा पुल होगा. इसका काम तेजी से चल रहा है. द् मेट्रो के अनुसार, चीन के इस ब्रिज को बनाने में कुल 2200 करोड़ रुपए खर्च होंगे. चीन का ये ब्रिज इंजीनियरिंग का एक चमत्कार है.
सुपर प्रोजेक्ट की खासियत
हुआजियांग ग्रांड कैन्यन ब्रिज दुनिया का सबसे ऊंचा पुल होगा. ये ब्रिज जून 2025 में शुरू हो जाएगा. ये पुल एफिल टावर से 200 मीटर ऊंचा है. चीन का ये ब्रिज एफिल टावर से तीन गुना भारी भी है. ये पुल इसलिए भी खास है क्योंकि ब्रिज तकरीबन हवा में लटका हुआ है.
China's Huajiang Grand Canyon Bridge is set to open this year, becoming the world's tallest bridge at 2050 feet high.
— Collin Rugg (@CollinRugg) April 8, 2025
Recent footage of the bridge has been released, showing crews putting on the finishing touches.
One of the most insane facts about the bridge is that… pic.twitter.com/DLWuEV2sXQ
चीनी पॉलिटिशियन झांग शेंगलिन ने इस बारे में कहा कि ये सुपर प्रोजेक्ट चीन की इंजीनियरिंग क्षमता को दिखाएगी. साथ ही इससे गुइझोउ को दुनिया का वर्ल्ड क्लास टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने में भी मदद करेगी.
इस पुल के तैयार होने के बाद चीन अपना ही रिकॉर्ड तोड़ देगा. इस समय दुनिया का सबसे ऊंचा पुल चीन में ही है. अभी चीन का सबसे ऊंचा पुल ड्यून ब्रिज है. इस पुल को बेइपानजियांग के नाम से भी जाना जाता है. ड्यून ब्रिज 565 मीटर ऊंचा पुल है. वहीं हुआजियांग ग्रांड कैन्यन ब्रिज की ऊंचाई 625 मीटर होगी. इस पुल के जून में खुलने की उम्मीद है.
एफिल टावर से भी ऊंचा
हुआजियांग ग्रांड कैन्यन ब्रिज एफिल टावर से 200 मीटर ऊंचा पुल होगा. ये पुल 2,890 मीटर लंबा है. साथ ही बेइपन नदी से 625 मीटर है. 2200 करोड़ रुपए की लागत से बन रहा ये पुल वजन में तीन एफिल टावर के बराबर है. इस ब्रिज को लेकर चीफ इंजीनियर ली झाओ ने कहा, अपने काम को आकार लेते देखना, पुल को बढ़ते हुए देखना और आखिरकार में घाटी में खड़ा हो जाना, मुझे उपलब्धि और गर्व से भर देता है.
इस पुल के बनने से ग्रामीण इलाकों में ट्रांसपोर्ट का संपर्क बढ़ेगा. साथ ही ये पुल टूरिज्म को भी बढ़ावा देगा. द मेट्रो के अनुसार, यहां पर होटल, सबसे ऊंची बंजी जंपिंग समेत कई एक्टिविटीज को तैयार करने की योजना बनाई गई है. चीन का ये पुल इसी साल जून में खुल जाएगा. इस पुल के बनने से चीन अपना ही पुराना रिकॉर्ड तोड़ देगा.