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वैक्सीन लगवाइये कवाब खाइये! भारतीय मूल के दो फार्मासिस्ट भाइयों ने शुरू की ये सर्विस, कोविड से बीमार पिता ने बेटों से हेल्थ सर्विस में योगदान देने का किया था आग्रह

लंदन में भारतीय मूल के दो फार्मासिस्ट भाइयों ने लोगों को वैक्सीन के प्रति जागरुक करने के लिए अच्छी पहल की है. दोनों भाई वैक्सीन लगवाने वाले लोगों को अपने रेस्टोरेंट में मुफ्त कवाब खिला रहे हैं. इस मिशन का नाम उन्होंने रखा है"Jabs with Kebabs". मतलब वैक्सीन के साथ कवाब.

लंदन में कोरोना वैक्सीन लगवाने वालों को दोनों भाई मुफ्त कवाब खाने का ऑफर दे रहे हैं लंदन में कोरोना वैक्सीन लगवाने वालों को दोनों भाई मुफ्त कवाब खाने का ऑफर दे रहे हैं
हाइलाइट्स
  • पिता के कहने पर दोनों भाई दे रहे योगदान

  • वैक्सीन लगवाने वालों को खिला रहे मुफ्त कवाब

लोगों के बीच वैक्सीनेशन को लेकर उत्साह बढ़ाने के लिए अब तक हमने-आपने न जानें कितनी बातें सुनी. किसी देश में वैक्सीन लगवाने के लिए एक बीयर की बॉटल फ्री तो कहीं पर वैक्सीन लगवाने पर एक दिन की छुट्टी और न जाने लोगों को कितने ऑफर्स दिए गए. ये सब इसलिए किया गया ताकि लोग वैक्सीन लगवाने को लेकर जागरुक बनें और कोरोना महामारी को हराया जा सके.

वैक्सीन लगवाइये कवाब खाइये
इसी कड़ी में अब लंदन में भारतीय मूल के दो फार्मासिस्ट भाइयों ने लोगों को वैक्सीन के प्रति जागरुक करने के लिए कुछ इसी तरह की पहल की है. दोनों भाई वैक्सीन लगवाने वाले लोगों को अपने रेस्टोरेंट में मुफ्त कवाब खिला रहे हैं. इस मिशन का नाम उन्होंने रखा है"Jabs with Kebabs". मतलब वैक्सीन के साथ कवाब. दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड के केंट स्थित अपने रेस्टोरेंट में दोनों भाइयों ने इस वीकेंड यह ऑफर दिया है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस वीकेंड वैक्सीन लगवा सकें.

दोनों भाइयों की अच्छी पहल
दोनों भाइयों का नाम है राव चोपड़ा और राज चोपड़ा और दोनों ग्रेवसेंड में पंजाबी ग्रिल के नाम से रेस्टोरेंट चलाते हैं. दोनों भाई हजारों लोगों की तरह अपनी इस पहल से नेशनल हेल्थ सर्विस वैक्सीन प्रोग्राम में योगदान दे रहे हैं. भारतीय खाने की चाह रखने वाले ऐसे लोग जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई है उनके लिए यह अच्छा ऑफर है और दोनों भाइयों की इस पहल से ऐसे कई लोगों को वैक्सीन लग सकती है.

पिता के कहने पर दे रहे योगदान
दोनों भाइयों ने बताया-'पिछले साल हमारे पिता कोरोना की वजह से काफी बीमार हो गए थे. उनकी स्थिति काफी खराब हो गई थी. पिताजी ने कहा था यूके में चले रहे नेशनल हेल्थ सर्विस वैक्सीन प्रोग्राम में योगदान दें. इसलिए इस काम में लगे हैं. हमलोग लोगों से कह रहे हैं कि जितनी जल्दी हो सके वैक्सीन लगवा लें. जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाया है वे यहां आएं और वैक्सीन लगवाने के बाद कवाब मुफ्त खाएं.'