अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने चारों दिशाओं से उठ रही आवाजों को शांत करते हुए आखिरकार आगामी चुनावों की दौड़ से खुद को बाहर कर लिया है. बाइडेन ने डेमोक्रेटिक पार्टी के नए उम्मीदवार के तौर पर कमला हैरिस (Kamala Harris) का समर्थन किया है, हालांकि भारतीय मूल की नेत्री को अपनी पार्टी का आधिकारिक उम्मीदवार बनने के लिए इंतजार करना होगा. डेमोक्रेटिक पार्टी ने राष्ट्रपति पद के नए उम्मीदवार के चयन के लिए प्रक्रिया का ऐलान कर दिया है, जिससे गुजरने के बाद ही कमला डेमोक्रेटिक पार्टी की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बन सकेंगी.
क्या है नई वर्चुअल प्रक्रिया?
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में आमतौर पर उम्मीदवारों की घोषणा राष्ट्रीय सम्मेलन के बाद होती है. लेकिन इस बार डेमोक्रेटिक पार्टी का सम्मेलन 19-22 अगस्त के बीच होने वाला है, जबकि ओहायो (Ohio) राज्य के नियमों के अनुसार, दोनों पार्टियों को अपने आधिकारिक उम्मीदवार की घोषणा सात अगस्त तक करनी होगी.
अब तक बाइडेन का उम्मीदवार बनना तय था. लेकिन उनके हाथ वापस खींचने के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी ने सम्मेलन नियम समिति (Convention Rules Committee) के साथ मिलकर एक प्रक्रिया तैयार की है. आइए डालते हैं नई प्रक्रिया पर नजर:
1. राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार का चयन इलेक्ट्रोनिक माध्यम से होगा.
2. जो भी उम्मीदवार इस प्रक्रिया में हिस्सा लेना चाहता है, उसे देशभर से कम से कम 300 डेलिगेट्स के हस्ताक्षर लेने होंगे. डेलिगेट्स यानी पार्टी सदस्य, बड़े नेता और कैंडिडेट के शुरुआती समर्थक. बाइडेन को 4,000 डेलिगेट्स का समर्थन मिल चुका था. सीएनएन के अनुसार, हैरिस को भी 300 से ज्यादा डेलिगेट्स समर्थन दे चुके हैं. उम्मीदवारों को यह भी दिखाना होगा कि वे अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए कानूनी तौर पर क्वालीफाइड हैं और डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य भी हैं.
3. कन्वेंशन रूल्स कमेटी की वर्चुअल बैठक के बाद चुनावी प्रक्रिया की तारीखों की घोषणा बुधवार को की जाएगी. पार्टी अधिकारियों ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक बैलेट से मतदान एक अगस्त तक पूरा हो सकता है. अगर एक से ज्यादा उम्मीदवार क्वालीफाई करते हैं तो प्रक्रिया सात अगस्त तक भी खिंच सकती है.
4. राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की इच्छा के आधार पर, उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का चयन सात अगस्त की तारीख से पहले या बाद में किया जा सकता है. जो उम्मीदवार इस प्रक्रिया में हिस्सा लेना चाहते हैं, उन्हें देशभर के डेलिगेट्स के फोन नंबर दिए जाएंगे.
अधिकारियों ने कहा कि पार्टी के बड़े अधिकारी (Super Delegates) भी प्रक्रिया में वोट करेंगे, लेकिन उनके तब तक नहीं गिने जाएंगे जब तक यह साफ न हो जाए कि एक उम्मीदवार के पास बहुमत है. डेमोक्रेटिक राष्ट्रीय समिति के चेयरमैन जेमी हैरिसन ने कहा, "हम एक खुली और निष्पक्ष नामांकन प्रक्रिया के लिए प्रतिबद्ध हैं."
गौरतलब है कि बाइडेन के चुनावी दौड़ से बाहर होने के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी के लगभग सभी निर्वाचित डेमोक्रेट्स ने राष्ट्रपति पद के नामांकन के लिए उपराष्ट्रपति हैरिस को चुनौती देने से इनकार कर दिया है. शुरुआती चरण में बाइडेन को चुनौती देने वाली लेखिका मैरिएन विलियमसन ने कहा है कि वह हैरिस के खिलाफ डेलिगेट्स का समर्थन मांग रही हैं.
कैसे होता है राष्ट्रीय सम्मेलन में चुनाव?
अगर ओहायो राज्य की ओर से समय सीमा न लगी होती तो डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति उम्मीदवार का चयन राष्ट्रीय सम्मेलन में होता. डेमोक्रेटिक पार्टी का उम्मीदवार बनने की इच्छा रखने वाले हर नेता को राज्य स्तर के चुनावों से डेलिगेट्स अपने पक्ष में करने होते. इसकी प्रक्रिया थोड़ी ज्यादा जटिल है.
राज्य स्तर का संघर्ष पूरा होने के बाद ये डेलिगेट्स 19 अगस्त को पहले चरण के मतदान में अपनी पसंद के उम्मीदवार को वोट देते. इस तरह कई चरणों के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का चयन होता.