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Twitter दफ्तर से निकाले गए Parag Agrawal, Elon Musk ने कंपनी से भी किया बाहर...मिलेगी बड़ी रकम

Elon Musk ट्विटर के नए सीईओ बन गए हैं. मालिक बनते ही मस्क ने ट्विटर के सीईओ के पद से पराग अग्रवाल को हटा दिया है. उन्होंने उस शख्स को भी कंपनी से निकाल दिया है, जिसने डोनाल्ड ट्रम्प के ट्विटर अकाउंट को स्थायी रूप से निलंबित करने का निर्णय लिया था.

हाइलाइट्स
  • पराग अग्रवाल को कंपनी से निकाला

  • ट्विटर के नए बॉस बनें मस्क

एलन मस्क ने ट्विटर पर कंट्रोल कर लिया है और आते ही उन्होंने अपना काम शुरू कर दिया. मस्क ने आते ही अपने शीर्ष अधिकारियों को निकाल दिया. इस तरह एलन मस्क कंपनी के नए सीईओ बन गए हैं और करीब छह महीने के ड्रामे के बाद मस्क ने ट्विटर का अधिग्रहण मंजूर कर लिया. न्यूयॉर्क टाइम्स, सीएनबीसी, वॉल स्ट्रीट जर्नल, वाशिंगटन पोस्ट और अन्य आउटलेट्स की रिपोर्टों के अनुसार, मस्क ने सीईओ पराग अग्रवाल, सीएफओ नेड सेगल, जनरल काउंसल सीन एडगेट और कानूनी नीति, ट्रस्ट और सुरक्षा के प्रमुख विजया गड्डे को निकाल दिया है.

पराग अग्रवाल नवंबर में ट्विटर के सह-संस्थापक जैक डोर्सी के इस्तीफे के बाद ट्विटर के सीईओ बने थे. अग्रवाल लगभग एक दशक से ट्विटर के साथ काम कर रहे हैं. सीईओ बनने से पहले वो  मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी थे.

एलन मस्क vs पराग अग्रवाल
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का अधिग्रहण एक लंबी कानूनी लड़ाई और एलन मस्क और पूर्व ट्विटर नेतृत्व (पारस अग्रवाल) के बीच महीनों से चली आ रही दुश्मनी का द एंड है. एलन मस्क और पराग अग्रवाल के बीच जो लड़ाई चल रही थी वो किसी से छिपी नहीं थी. मुकदमे ने उनके तीखे संदेशों के आदान-प्रदान को सार्वजनिक कर दिया था. "मुझे प्रबंधन पर भरोसा नहीं है," मस्क ने सौदे के बारे में एक प्रारंभिक फाइलिंग में कहा. पराग अग्रवाल ने लिखा, "आप ट्वीट करने के लिए स्वतंत्र हैं 'क्या ट्विटर मर रहा है?' या ट्विटर के बारे में कुछ और," लेकिन यह मेरी जिम्मेदारी है कि मैं आपको बता दूं कि यह वर्तमान संदर्भ में ट्विटर को बेहतर बनाने में मेरी मदद नहीं कर रहा है."

पराग अग्रवाल को क्यों निकाला?
 मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी खातों की संख्या को लेकर उन्हें और ट्विटर निवेशकों को गुमराह करने का आरोप लगाया था. खबरों की मानें तो जब ट्विटर के साथ एलन मस्क की डील पूरी हुई, तब अग्रवाल और सेगल दफ्तर में ही मौजूद थे. इसके बाद उन्हें दफ्तर से बाहर निकाल दिया गया.  हालांकि, इसे लेकर ट्विटर, एलन मस्क या किसी अधिकारी की ओर से कोई बयान नहीं आया है.

क्यों खरीदा ट्विटर
एलन मस्क ने ट्विटर पर इसे लेकर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, "मैंने ट्विटर क्यों खरीदा है और मैं एडवरटाइजिंग के बारे में क्या सोचता हूं, इसपर काफी अटकलें लगाई गई हैं, जिनमें से ज्यादातर गलत ही रही हैं. ट्विटर का अधिग्रहण करने की वजह ये है कि हमारी आने वाली सभ्यता के पास एक कॉमन डिजिटल स्पेस होना चाहिए, जहां अलग-अलग विचारधारा, विश्वास के लोग बिना हिंसा के स्वस्थ चर्चा कर सकें." 

कंपनी से निकलने के मिलेंगे पैसे

लेकिन आपको बता दें कि अगर पराग अग्रवाल कंपनी से निकाले जाते हैं तो वो खाली हाथ नहीं आएंगे. इसके लिए कंपनी को भारी रकम चुकानी पड़ेगी.  रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार रिसर्च फर्म इक्विलर ने अनुमान जताया कि वह अनुमानित 42 मिलियन डॉलर (346 करोड़ रुपये) कमाएंगे. अनुमान में पराग के मूल वेतन के एक साल के मूल्य के साथ-साथ सभी इक्विटी शेयर भी शामिल होंगे. 

बता दें कि जब कोई व्यक्ति किसी बड़ी कंपनी का सीईओ बनता है तो उसे सैलरी के अलावा कंपनी के कुछ शेयर भी दिए जाते हैं. ऐसे में अगर पारस कंपनी से निकलते हैं तो उन्हें सभी शेयरहोल्डिंग् का भुगतान कंपनी को करना होगा.