प्यार से बड़ा इस दुनिया में शायद ही कुछ हो और जब प्यार परवान चढ़ता है तो सारी दुनिया एक तरफ और प्यार करने वाले एक तरफ. गुजरात के सूरत में प्यार का कुछ ऐसा ही किस्सा सामने आया है. आज हम आपतो बता रहे हैं सूरत में पान की दुकान चलाने वाले शारीरिक रूप से दिव्यांग शख़्स और फ़िलीपींस में रहने वाली एक महिला की लव-स्टोरी के बारे में.
फेसबुक से शुरू हुई प्रेम कहानी
यह कहानी है सूरत के कल्पेश माधवजी भाई काछडिया और फिलीपींस की रैबेका की. दोनों की दोस्ती साल 2017 में फ़ेसबुक पर हुई और धीरे-धीरे वह दोस्ती प्यार में बदल गई. फ़ेसबुक पर जन्मे प्यार का परवान ऐसा चढ़ा कि अब दोनों शादी करने जा रहे हैं.
आपको बता दें कि 43 वर्षीय कल्पेश माधवजी भाई काछडिया शारीरिक रूप से दिव्यांग है. इसलिए वह छोटी सी पान की दुकान चलाकर उससे होने वाली आमदनी से अपना गुज़ारा करते हैं. कल्पेश माधवजी भाई काछडिया को यहां के लोग कलेक्टर के नाम से भी बुलाते है. उनकी छोटी सी पान की दुकान पर ग्राहकों की भीड़ लगी रहती है.
गुगल ट्रांसलेट ने बना सहारा
कल्पेश बताते हैं कि फेसबुक चैटिंग पर बात करने के लिए, उन्होंने और रैबेका ने गूगल ट्रांसलेट का सहारा लिया. कल्पेशको फ़िलीपींस की भाषा नहीं आती थी और रैबेका को हिंदी,अंग्रेज़ी नहीं आती थी. ऐसे में दोनों के बीच गूगल ट्रांसलेट ही समझने और समझाने का सहारा था.
कल्पेश ने 42 वर्षीय रैबेका को अपनी शारीरिक स्थिति के बारे में सब कुछ एक वीडियो के ज़रिए बता दिया था. बावजूद इसके रैबेका कल्पेश से शादी करने के लिए तैयार हो गई थी. 21 मार्च 2019 को रैबेका कल्पेश से मिलने के लिए भारत आने वाली थीं. लेकिन 24 मार्च को कोरोना की वजह से भारत में शुरू हुए लॉकडाउन की वजह से वो भारत नहीं आ सकीं.
20 नवंबर को होगी दोनों की शादी
शारीरिक रूप से दिव्यांग होने के कारण कल्पेश के साथ कोई शादी करने को तैयार नहीं था. लेकिन अब फ़िलीपींस की रहने वाली रैबेका उनसे शादी करने के लिए सूरत उनके घर पहुंच चुकी हैं. 20 नवंबर 2022 को दोनों सूरत में एक दूसरे के साथ शादी के बंधन में बंध जाएंगे. रैबेका कल्पेश के परिवार में घुलने-मिलने का प्रयास कर रही है.
आपको बता दें कि फ़िलीपींस के कोरोनादल सिटी की रहने वाली रैबेका के पति की मौत 12 वर्ष पहले एक सड़क दुर्घटना में हो गई थी. उस वक्त वह 7 माह गर्भवती थीं और उनका 11 वर्ष का बेटा जूरी है, जो फ़िलीपींस में ही बाक़ी परिवार के सदस्यों के साथ रह रहा है. पति की मौत के बाद रैबेका को एक जीवनसाथी की तलाश थी, जो कल्पेश भाई काछडिया पर आकर खत्म हुई.
(संजय सिंह राठौर की रिपोर्ट)