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Omicron से लड़ने के लिए चीन ने दी दो वैक्सीन के ट्रायल को मंजूरी, बूस्टर डोज के तौर पर होगी इस्तेमाल

सेंट्रल नेशनल बायोटेक ग्रुप ने इसे लेकर अपने बयान में कहा है कि इन दोनों कोविड-19 वैक्सीन के ट्रायल में उन लोगों को शामिल किया जाएगा, जिन्हें वैक्सीन की 2 या 3 डोज दी जा चुकी है.  

Covid 19 Covid 19
हाइलाइट्स
  • चीन में लगातार पहले की ही तरह कोविड-19 केस बढ़ने लगे हैं

  • इतनी प्रभावी नहीं है सिनोफार्म वैक्सीन 

चीन में लगातार पहले की ही तरह कोविड-19 केस बढ़ने लगे हैं. अब ओमिक्रॉन को टारगेट करते हुए दो कोविड-19 वैक्सीन को बूस्टर डोज के रूप में क्लीनिकल ट्रायल के लिए अप्रूव किया गया है. इन दोनों वैक्सीन को चीन नेशनल बायोटेक ग्रुप (China National Biotec Group) की यूनिट्स ने हांगकांग में अप्रूवल दिया है. शनिवार को इसकी जानकारी सिनोफार्म सब्सिडरी ने दी है. 

किन लोगों पर किया जाएगा ट्रायलय़

बता दें, दुनिया भर में ओमिक्रॉन को लेकर अपग्रेडेड इंजेक्शन बनाने के लिए कई तरह की स्टडीज चल रही है. सभी साइंटिस्ट हर दिन आ रहे मामलों पर नजर बनाए हुए हैं. 

सेंट्रल नेशनल बायोटेक ग्रुप ने इसे लेकर अपने बयान में कहा है कि इन दोनों कोविड-19 वैक्सीन के ट्रायल में उन लोगों को शामिल किया जाएगा, जिन्हें वैक्सीन की 2 या 3 डोज दी जा चुकी है.  

इतनी प्रभावी नहीं है सिनोफार्म वैक्सीन 

हालांकि, कंपनी ने इस बारे में नहीं बताया है कि ट्रायल में जिन लोगों को रखा जाएगा उन्हें पहली या दूसरी या तीसरी डोज कौन सी लगवानी होगी. एक चीनी अध्ययन के मुताबिक, BBIBP-CorV की चौथी डोज, जो सिनोफार्म वैक्सीन है, उतनी कारगर भी नहीं है. उसने ओमिक्रॉन के खिलाफ एंटीबॉडी के लेवल (Antibody Levels) को उतना नहीं बढ़ाया है, जितनी उससे उम्मीद की गई थी.