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France: कौन था 17 साल का लड़का नाहेल, जिसकी मौत के बाद भड़की है हिंसा, दंगे के चौथे दिन 1,300 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी, जानें मामला

फ्रांस में प्रदर्शनकारियों के निशाने पर दुकान, दफ्तर, बैंक, शॉपिंग मॉल, लाइब्रेरी और स्कूल तक हैं. हालात बिगड़ते देख पीएम ने मंत्रियों के साथ बैठक की. उन्होंने ऐलान किया कि यदि प्रदर्शन नहीं थमा तो फ्रांस में इमरजेंसी भी घोषित की जा सकती है.

फ्रांस में 17 साल के लड़के की मौत के बाद आगजनी. (फोटो सोशल मीडिया) फ्रांस में 17 साल के लड़के की मौत के बाद आगजनी. (फोटो सोशल मीडिया)
हाइलाइट्स
  • ट्रैफिक जांच के दौरान पुलिसकर्मी ने मार दी थी नाहेल को गोली

  • प्रदर्शनकारियों के निशाने पर दुकान, दफ्तर, बैंक से लेकर स्कूल तक

फ्रांस में 17 साल के नाहेल की मौत के बाद से दंगे भड़क उठे हैं. देशभर में हिंसक प्रदर्शन जारी है. पुलिस की गोलियों का शिकार हुए नाहेल की मौत को चार दिन बीत चुके हैं लेकिन फ्रांस में आगजनी, तोड़फोड़ और बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा. पुलिस ने शनिवार को दंगों में शामिल 1,311 लोगों को गिरफ्तार किया. फ्रांसीसी सरकार ने इसकी जानकारी दी है.

पुलिसकर्मी ने मार दी थी गोली
बता दें कि नाहेल की हत्या ट्रैफिक जांच के दौरान की गई थी. ट्रैफिक जांच के दौरान नाहेल की हत्या का वीडियो भी सामने आया है. पुलिस का दावा है कि मरने वाले नाबालिग लड़के के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था और पुलिस ने जब उसे रोका तो उसने अफसर को कुचलने की कोशिश की. इसपर एक पुलिसकर्मी ने उसे गोली मार दी थी. लेकिन घटना के वीडियो ने पुलिस को गलत साबित कर दिया और लोगों का गुस्सा भड़क उठा और पेरिस समेत पूरे फ्रांस में आगजनी और लूटपाट शुरू हो गई. 

मां का रो-रोकर बुरा हाल
नाहेल की मां का कहना है कि जिस पुलिसवाले ने गोली मारी, उसने एक अरब चेहरा देखा, एक छोटा बच्‍चा देखा और उसकी जान ले ली. मां ने सिर्फ एक व्यक्ति को दोषी ठहराया, जिसने उनके बेटे पर गोली चलाई, पुलिस को नहीं. नाहेल की मां मौनिया ने कहा कि मेरे कई दोस्त (पुलिस) ऑफिसर्स हैं, वे पूरे दिल से मेरे साथ हैं. नाहेल घर का इकलौता बेटा था और बेटे की मौत के बाद से उसकी मां का रो-रो कर बुरा हाल हो रखा है. 

200 से अधिक पुलिस अधिकारी हुए घायल
पुलिसकर्मियों ने पॉइंट-ब्लैंक पर नाहेल को गोली मारी थी. इस घटना के बाद से लोगों ने बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया. आगजनी की ओर पुलिसकर्मियों पर पटाखे भी फेंके. इस दौरान पुलिस ने भी आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछारें भी की. रिपोर्ट के अनुसार, झड़प में 200 से अधिक पुलिस अधिकारी घायल हुए हैं. सरकार ने हिंसा को रोकने के लिए देश भर में 45,000 पुलिस कर्मियों की तैनात की है. 

...तो लगाई जा सकती है इमरजेंसी
पेरिस में हिंसा से बस ट्रांसपोर्ट ठप हो गया है और दर्जनों बसें तबाह हो चुकी हैं. प्रदर्शनकारियों के निशाने पर दुकान, दफ्तर, बैंक, शॉपिंग मॉल, लाइब्रेरी और स्कूल हैं. हालात बिगड़ते देख फ्रांस की पीएम ने मंत्रियों के साथ बैठक के बाद ऐलान किया कि यदि दंगे नहीं रुके तो फ्रांस में इमरजेंसी भी घोषित की जा सकती है. प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न ने देश भर में बड़े पैमाने पर होने वाले कार्यक्रमों को रद्द करने की घोषणा की. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यूरोपीय संघ के शिखर सम्मेलन से वापस आकर एक आपातकालीन बैठक की और युवक की मौत की निंदा की. 

कौन था नाहेल 
1. नाहेल अपनी मां का इकलौता बेटा था. वह टेकअलवे डिलीवरी ड्राइवर के रूप में काम करता था. 
2. नाहेल को रग्बी खेलना पसंद था और वह पिछले तीन वर्षों से पाइरेट्स ऑफ नैनटेरे रग्बी क्लब का सक्रिय सदस्य था. 
3. नाहेल की मां मौनिया का दावा है कि अल्जीरियाई मूल के होने के नाते पुलिस ने उसका चेहरा देख उसे गोली मार दी. 
4. मां ने बताया है कि पढ़ने-लिखने में मन नहीं लगने के कारण नाहेल की दिलचस्पी इलेक्ट्रिशियन बनने में थी. इसके लिए कॉलेज में एडमिशन भी लिया था. 
5. नाहेल जिस रग्बी क्‍लब का सदस्य था उसके प्रेसिडेंट ने बताया कि नाहेल बेहद ही ऊर्जावान था.वह आपराधिक गतिविधियों से खुद को दूर रखता था. 
6. नाहेल के परिवार के वकील, यासीन बुजरू का कहना है कि घटना को केवल नस्लवाद के चश्मे से देखने के बजाय न्याय मांगने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए.
7. सोशलिस्ट पार्टी की नेता ओलिविएर फॉरे ने कहा कि 'रुकने से इनकार पर आपको हत्या का लाइसेंस नहीं मिल जाता. गणतंत्र के सभी बच्‍चों को न्याय का अधिकार है.