इजरायल-हमास के बीच युद्ध अब तक जारी है. लेकिन अब इजरायल और ईरान के बीच भी संघर्ष शुरू हो गया है. हाल ही में सीरिया के ईरानी दूतावास पर हमला हुआ था. इसके बाद से ही ईरान इजरायल पर बौखलाया हुआ था. इसी की जवाबी कार्रवाई में ईरान ने शनिवार को इजरायल में दर्जनों ड्रोन दाग दिए. हालांकि, इनमें से 99% हमले विफल हो गए. ईरान ने इजरायल पर 300 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइल दागी थीं. इसकी सबसे बड़ी वजह रहा इजरायल का डिफेंस सिस्टम.
99% हमलों को रोक दिया गया
इसे लेकर इजरायली सैन्य प्रवक्ता, रियर एडमिरल डैनियल हागरी ने जवाब दिया है. एडमिरल डैनियल ने कहा, "ईरान ने 300 से ज्यादा हमले किए, जिसमें से 99% को रोक दिया गया. यह एक जीत है.” जवाबी कार्रवाई को लेकर जब पूछा गया तो इजरायली सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि देश अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए जो भी जरूरी होगा वह करेगा.
इजरायल की अपनी डिफेंस शील्ड
पिछले कुछ सालों में इजरायल ने अपना डिफेंस शील्ड सिस्टम काफी मजबूत किया है. कम दूरी के रॉकेट से लेकर लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों तक के खतरों का मुकाबला करने के लिए एक मल्टीलेयर्ड शील्ड सिस्टम बनाया गया है. इस शील्ड सिस्टम में आयरन डोम से लेकर एरो सिस्टम और आयरन बीम जैसी चीजें हैं.
1. एरो सिस्टम (Arrow System): एरो सिस्टन जो इजरायल ने अमेरिका के सहयोग से बनाया है. एरो सिस्टम लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों के खिलाफ इजरायल को सुरक्षा देता है. एरो सिस्टम आसमान से आने वाले खतरों को रोकने के लिए सेट किया गया है. यमन में हौती आतंकवादियों की मिसाइलों को रोकने में इसका इस्तेमाल किया गया था.
2. डेविड स्लिंग (David’s Sling): डेविड स्लिंग, को भी अमेरिका की मदद से ही बनाया गया है. ये शील्ड मध्यम दूरी के खतरों को टारगेट करती है. विशेष रूप से लेबनान में हिजबुल्लाह जैसे समूहों के पास मौजूद मिसाइलों का मुकाबला करने के लिए इस डेविड स्लिंग को तैयार किया गया था. इसने हवाई खतरों को बेअसर करने की इजरायल की क्षमता को बढ़ाया है.
3. पैट्रियट सिस्टम (Patriot System): पैट्रियट सिस्टम 1991 में पहले खाड़ी युद्ध के बाद से सर्विस में है. शुरुआत में इराक से स्कड मिसाइलों को रोकने के लिए इसे तैनात किया गया था. जबकि पिछले कुछ सालों में इसका इस्तेमाल अलग-अलग तरह से किया जा रहा है.
4. आयरन डोम (Iron Dome): आयरन डोम, कम दूरी के रॉकेटों को मार गिराने में माहिर है. गाजा में हमास और लेबनान में हिजबुल्लाह के हमलों से बचाव में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है.
5. आयरन बीम (Iron Beam): आयरन बीम आने वाले खतरों को रोकने के लिए एडवांस लेजर टेक्नोलॉजी का उपयोग करता है. हालांकि अभी भी इसपर काम चल रहा है. आयरन बीम अपनी लागत प्रभावी और तुरंत एक्शन करने की क्षमताओं के लिया जाना जाता है.