प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश ही नहीं विदेशों में भी खासे लोकप्रिय है. हर देश के नेता उनकी कार्यशैली के कायल हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन तो कई बार पीएम मोदी की तारीफ कर चुके हैं. एक बार फिर जापान में आयोजित क्वाड की बैठक में पीएम मोदी की बाइडेन ने न सिर्फ प्रशंसा की बल्कि ऑटोग्राफ लेने की भी बात कही.
अमेरिका में आप बहुत लोकप्रीय हैं
क्वाड बैठक के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जिस तरह से पीएम मोदी के पास आकर उनके गले लगे, उसे पूरी दुनिया ने देखा. अब मीटिंग में बाइडेन ने बताया कि उन्हें पीएम मोदी के अमेरिका में इवेंट को लेकर देश के प्रभावशाली लोगों के इतने अनुरोध मिले हैं कि उनके सामने चुनौती खड़ी हो गई है. बाइडेन ने पीएम मोदी से ये भी कहा कि अमेरिका में आप बहुत लोकप्रीय हैं. मुझे तो आपका ऑटोग्राफ लेना चाहिए. बता दें कि पीएम मोदी जून 2023 में अमेरिका के दौरे पर जाने वाले हैं.
ऑस्ट्रेलिया के पीएम ने भी की तारीफ
क्वाड बैठक के दौरान ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने भी पीएम मोदी की लोकप्रियता की तारीफ की. उन्होंने कहा कि सिडनी में कम्युनिटी रिसेप्शन की क्षमता 20 हजार लोगों की है लेकिन अभी भी उनके पास कार्यक्रम में शामिल होने के लिए इतने आवेदन आ रहे हैं कि वह सभी को शामिल नहीं कर पाएंगे.
ऋषि सुनके से भी मिले पीएम मोदी
बता दें कि जी-7 की बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से भी मुलाकात की. पीएम मोदी ब्रिटेन के पीएम के साथ अकेले में बातचीत करते हुए भी नजर आए हैं. बैठक के दौरान दोनों देशों के नेता भारत-यूके एफटीए वार्ता में प्रगति पर चर्चा के साथ-साथ व्यापक रणनीतिक साझेदारी की भी समीक्षा की.
2024 में भारत क्वाड बैठक की करना चाहता है मेजबानी
प्रधानमंत्री मोदी जापान के प्रधानमंत्री के आमंत्रण पर जी7 सम्मेलन में शामिल होने जापान दौरे पर हैं. जापान में क्वाड की बैठक भी हो रही है, जो पहले ऑस्ट्रेलिया में होनी थी लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति के अपना दौरा बीच में ही स्वदेश लौटने के चलते क्वाड की बैठक जापान में ही हुई. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि 2024 में भारत क्वाड बैठक की मेजबानी करना चाहता है.
10 सूत्री कार्य योजना का दिया प्रस्ताव
जापान के हिरोशिमा शहर में जी-7 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी छाए रहे. भारत इस संगठन का हिस्सा नहीं है, लेकिन एक मेहमान देश के तौर पर पीएम मोदी इस शिखर सम्मेलन में शामिल हुए. पीएम मोदी ने खाद्यान्न, उर्वरक और स्वास्थ्य क्षेत्र की चुनौतियों से निपटने की अपनी 10 सूत्री कार्य योजना का प्रस्ताव दिया. इस 10 सूत्री कार्य योजना में भोजन/खाद्यान्न की बर्बादी को कम करना, वैश्विक उर्वरक आपूर्ति श्रृंखला का गैर-राजनीतिकरण, मोटे अनाज/श्रीअन्न को बढ़ावा देना, समग्र स्वास्थ्य सुविधा को बढ़ावा देना, डिजिटल स्वास्थ्य सुविधा को मजूबत करना और विकासशील देशों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विकास मॉडल तैयार करना शामिल है. पीएम मोदी ने बाजरा के फायदों के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि बाजरा एक साथ पोषण, जलवायु परिवर्तन, जल संरक्षण और खाद्य सुरक्षा की चुनौतियों का समाधान करता है. इस पर जागरूकता पैदा की जानी चाहिए.