चिली के लोगों ने रविवार को वामपंथी नेता गेब्रियल बोरिक को अपना अगला राष्ट्रपति चुना लिया है. युवा वामपंथी सांसद को एक ऐसे राष्ट्र के भविष्य को आकार देने में मदद करने का काम सौंपा गया है, जो अक्सर ही विरोधों से घिरा रहा है और अब एक नया संविधान तैयार करने जा रहा है. 35 साल की उम्र में, बोरिक देश के सबसे युवा नेता होंगे. इतना ही नहीं राष्ट्रपति सल्वाडोर अलेंदे के बाद से अब तक के ये सबसे उदारवादी नेता हैं.
55.87 फीसदी वोट से जीते बोरिक
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बोरिक को 55.87 फीसदी वोट मिले, वहीं उनके प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार जोस एंटोनियो कास्ट को 44.13 फीसदी वोट मिले. कास्ट ने ट्वीट कर लिखा, 'मैंने उन्हें उनकी महान जीत पर बधाई दी. आज से, वह चिली के निर्वाचित राष्ट्रपति हैं सभी सम्मान और रचनात्मक सहयोग के पात्र हैं.' बता दें कि 21 नवंबर को कास्ट ने राष्ट्रपति चुनाव के पहले दौर में 27.9 प्रतिशत मतों और 1,46, 000 से अधिक मतों के अंतर के साथ जीत हासिल की थी.
निवर्तमान राष्ट्रपति ने दी बधाई
बोरिक ने निवर्तमान राष्ट्रपति सेबेस्टियन पिनेरा से एक टेलीविज़न वीडियो कॉल के दौरान कहा, "मैं इस जबरदस्त चुनौती का सामना करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने को तैयार हूं." बोरिक ने यह भी कहा कि उन्हें एक कठिन संघर्ष के बाद देश को एकजुट करने की उम्मीद है. "मैं सभी चिली का राष्ट्रपति बनूंगा." जिस पर पिनेरा ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, "लोकतंत्र ने काम किया, और आप उसी का हिस्सा थे."
स्टूडेंट एक्टिविस्ट थे बोरिक
उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा के लिए प्रमुख विरोध प्रदर्शनों के बाद 2014 में कांग्रेस के लिए चुने गए कई कार्यकर्ताओं में बोरिक भी शामिल थे. उन्होंने स्टाम्प पर पिनोशे द्वारा छोड़े गए नव उदारवादी आर्थिक मॉडल को "दफनाने" और सामाजिक सेवाओं का विस्तार करने, असमानता से लड़ने और पर्यावरण की सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए "सुपर रिच" पर कर बढ़ाने की कसम खाई थी.
दुनिया के 10 सबसे युवा नेता
इसी के साथ बोरिक का नाम दुनिया के सबसे युवा नेताओं की सूची में शामिल हो गया है.